India Pakistan Ceasefire: तुर्किये को पाकिस्तान की दोस्ती पड़ रही भारी, पर्यटकों ने अजरबैजान से भी बनाई दूरी
भारतीय पर्यटकों ने तुर्किये और अजरबैजान की यात्राओं का बहिष्कार शुरू किया क्योंकि दोनों देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया। ईज माय ट्रिप और कॉक्स एंड किंग्स ने यात्रा पैकेज निलंबित किए। पहले मालदीव ने भी भारत के खिलाफ टिप्पणी की थी जिसके बाद वहां पर्यटन प्रभावित हुआ। तुर्किये अब भारतीयों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है लेकिन बुकिंग ठप हैं।

आईएएनएस, नई दिल्ली। हाल ही में भारत के साथ हुए संघर्ष के दौरान पाकिस्तान का खुला समर्थन करने वाले तुर्किये और अजरबैजान को भारतीय यात्रियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है। भारतीय पर्यटक दोनों देशों की अपनी यात्राओं को रद कर रहे हैं। ईज माय ट्रिप और काक्स एंड किंग्स जैसी भारतीय ट्रैवेल एजेंसियों ने दोनों देशों की सभी यात्रा पैकेज को निलंबित कर दिया है।
इससे पहले मालदीव ने भी आंखें तरेरी थी। बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटकों ने वहां न जाने का निर्णय लिया था। इससे वहां की सरकार को दिन में भी तारे दिखने शुरू हो गए थे। मालदीव की अर्थव्यवस्था रीढ़ वहां का पर्यटन ही है।
2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंटरनेट मीडिया पर लक्षद्वीप की फोटो शेयर करते हुए वहां जाने की अपील की थी। उस समय मालदीव की सरकार के कुछ मंत्रियों ने पीएम मोदी और लक्षद्वीप को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद भारतीय पर्यटकों ने मालदीव यात्रा को रद कर उसे सबक सिखाने का निर्णय लिया था।अब ऐसा कुछ तुर्किये और अजरबैजान के साथ भी हो रहा है। मामले को बिगड़ता देख तुर्किये भारतीय पर्यटकों को भरोसे में लेने का प्रयास कर रहा है, लेकिन इससे बात बनती नहीं दिख रही है।
तुर्किए ने भारतीय सैलानियों से की ये अपील
तुर्किये के पर्यटन विभाग ने भारतीय पर्यटकों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा जारी रखें। पूरी सुरक्षा देने के साथ ही उनका गर्मजोशी से स्वागत किया जाएगा। तुर्किये की ओर से इंटरनेट मीडिया पर किया गया एक पोस्ट प्रसारित हो रहा है।
इसमें यह बताया गया है कि भारतीय पर्यटकों का तुर्किये के होटल, रेस्तरां आदि स्थानों पर हमेशा से ही स्वागत किया जाता रहा है, जो आगे भी जारी रहेगा। पोस्ट में कहा गया है कि स्थानीय आबादी का अधिकांश हिस्सा भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष से अनजान है। इसका यहां के दैनिक जीवन या पर्यटन पर कोई असर नहीं है।
हालांकि, उसका यह संदेश काम नहीं आ रहा है।टूर एंड ट्रैवल्स कंपनी संचालकों के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में तुर्किये और अजरबैजान जाने वालों की संख्या 25 गुना से ज्यादा बढ़ी है। अब सात मई के बाद से इन दोनों देशों के लिए कोई बु¨कग नहीं आई है।
भारतीय पर्यटकों ने 4,000 करोड़ से अधिक दिए, फिर भी तरेर रहे आंखें
इस मुद्दे पर उद्योगपति हर्ष गोयनका ने एक पोस्ट कर कहा कि भारतीयों ने पिछले साल तुर्किये और अजरबैजान को पर्यटन के माध्यम से 4,000 करोड़ रुपये से अधिक दिए। इससे वहां नौकरियां का सृजन हुआ। उनकी अर्थव्यवस्था मजबूत हुई। लेकिन आज दोनों पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ खड़े हैं। भारत और दुनिया में कई अच्छे हैं।
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