इस भारतीय रिसर्चर ने उबर एप में खोजी बड़ी खामी, मिला 4.6 लाख का इनाम
आनंद प्रकाश ने पहले भी उबर में बग खोजा था। फोर्ब्स की 30 अंडर 30 एशिया सूची में हो चुके हैं शामिल
नई दिल्ली, आइएएनएस। एप के जरिये कैब सर्विस देने वाली कंपनी उबर ने अपने एप में बग (खामी) खोजने वाले भारतीय आनंद प्रकाश को 6,500 डॉलर (करीब 4.6 लाख रुपये) का इनाम दिया है। साइबर सुरक्षा में शोध करने वाले प्रकाश ने जो बग ढूंढा था उसके जरिये कोई भी उबर यूजर किसी अन्य के अकाउंट को नियंत्रित कर सकता था। उससे उबर ही नहीं, बल्कि उबर इट्स के अकाउंट को भी नियंत्रित किया जा सकता था। यह बग एप के एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस में मौजूद था। कंपनी का कहना है कि उसने खामी दूर कर दी है।
बेंगलुरु में रहने वाले प्रकाश ने पहले भी उबर का एक बग दूर किया था। उसके जरिये कोई भी व्यक्ति जीवनभर मुफ्त में उबर कैब की सेवा ले सकता था। प्रकाश ने चेन्नई स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया है। 2014 में ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में सिक्योरिटी इंजीनियर के तौर पर उन्होंने करियर की शुरुआत की थी। फिलहाल वह फूडटेक स्टार्टअप फ्रेशमेन्यु के लिए काम कर रहे हैं। 2016 में उन्होंने अपना साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप एपसिक्योर शुरू किया था।
कई वेबसाइट दे चुकी हैं इनाम
साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए उन्हें फोर्ब्स की '30 अंडर 30 एशिया' सूची में भी शामिल किया जा चुका है। बिना अकाउंट के लॉग इन करने के लिए फेसबुक ने उन्हें 15 हजार डॉलर (करीब 10.72 लाख रुपये) का इनाम दिया था। उबर से मुफ्त में कैब बुक करने के लिए भी उन्हें 5,000 डॉलर (करीब 3.5 लाख रुपये) का इनाम मिला था।