Indian Railways News: IRCTC को ग्वालियर, नागपुर, अमृतसर स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए मिले 32 आवेदन
Indian Railways News रेलवे स्टेशनों के विकास की नोडल संस्था आइआरएसडीसी ने दिसंबर 2019 में चारों स्टेशनों के लिए आवेदन (रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन) आमंत्रित किया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आइआरएसडीसी) ने शुक्रवार को बताया कि उसे ग्वालियर, नागपुर, अमृतसर व साबरमती स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 32 योग्य आवेदन मिले हैं। रेलवे स्टेशनों के विकास की नोडल संस्था आइआरएसडीसी ने गत दिसंबर में चारों स्टेशनों के लिए आवेदन (रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन) आमंत्रित किया था।
रेलवे ने एक बयान में कहा, 'कोविड-19 के इस दौर में भी डेवलपर्स व फंड हाउस की तरफ से मिली बेहतरीन प्रतिक्रिया से आइआरएसडीसी खुश है। अभी तक 32 सही आवेदन प्राप्त हुए हैं। जेकेबी, जीएमआर, आइएसक्यू कैपिटल, कल्पतरु, फेयर फैक्स या एंकर्ज, मोंटे कार्लो, जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर, कल्याण टोल, क्यूब कंस्ट्रक्शन आदि ने भी आवेदन किए हैं।' 32 में नौ आवेदन साबरमती स्टेशन के लिए प्राप्त हुए हैं। डेवलपर्स के साथ-साथ दो आवेदन फंड हाउस से भी मिले हैं।
इन चारों स्टेशनों की अनुमानित लागत 1,300 करोड़ रुपये है। कॉमर्शियल डेवपलमेंट के तहत कुल 54 लाख वर्ग फीट में निर्माण की अनुमति होगी। इसके लिए लैंड यूज व पर्यावरण क्लीयरेंस की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि यह रेलवे की परियोजना है। इन स्टेशनों का विकास सार्वजनिक निजी साझीदारी (पीपीपी) परियोजना के अंतर्गत किया जाएगा।
देश भर के 6049 स्टेशनों पर CCTV लगाएगा रेलटेल
रेलवे ने रेलटेल ( RailTel) के साथ आपसी सहमति के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। यह करार देश भर के 6,049 रेलवे स्टेशनों पर आइपी आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली (IP-based CCTV cameras) स्थापित करने के लिए किया गया है। रेलटेल रेल मंत्रालय के अधीन एक सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई है। रेलटेल भारतीय रेल (Indian Railway) के ए1, ए, बी, सी, डी और ई श्रेणी के तहत 6,049 स्टेशनों पर वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) मुहैया कराएगा।
रेलवे के मौजूदा एकल सीसीटीवी नेटवर्क को वीएसएस से जोड़ना भी इसमें शामिल है। यह कदम केंद्रीयकृत निगरानी के लिए उठाया जाएगा। इससे पहले रेलटेल ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को चलाने और उनकी सुविधा के लिए 54 रेलवे स्टेशनों के प्रवेश और निकास स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी उपलब्ध कराए हैं। सीसीटीवी कैमरों से वीडियो फीड की रिकॉर्डिंग 30 दिनों के लिए संग्रहीत की जाएगी, तकि जरूरत पड़ने पर इसका विश्लेषण और जांच की जा सके।