भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश में किया अभ्यास 'युद्ध कौशल 3.0', कठिन जलवायु परिस्थितियों में तैयारी का किया आकलन
भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के कामेंग क्षेत्र में युद्ध कौशल 3.0 सैन्य अभ्यास किया। रक्षा प्रवक्ता के अनुसार ऊंचाई वाले क्षेत्रों में युद्ध की तैयारी का आकलन करने के लिए यह अभ्यास किया गया। लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि अभ्यास में उन्नत तकनीक और सैनिकों की पेशेवर उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया गया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के कामेंग क्षेत्र में सैन्य अभ्यास किया। रक्षा प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों और कठिन जलवायु परिस्थितियों में युद्ध की तैयारी के आकलन के लिए यह अभ्यास 'युद्ध कौशल 3.0' किया गया।
लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कहा कि शनिवार को संपन्न 'युद्ध कौशल 3.0' ने उन्नत तकनीक, इनोवेशन और सैनिकों की पेशेवर उत्कृष्टता का उल्लेखनीय तालमेल प्रदर्शित किया। इस अभ्यास से मानवरहित प्रणालियों और सटीक हथियारों जैसी उभरती तकनीकों को अपनाने की सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई।
नवगठित एएसएचएनआई प्लाटूनों शामिल हुए
इस अभ्यास ने ड्रोन निगरानी, रियल टाइम लक्ष्य प्राप्ति, सटीक हमले, हवाई-तटीय प्रभुत्व और समन्वित युद्धाभ्यास के प्रदर्शनों के साथ बहु-डोमेन (जमीन, समुद्र, वायु, अंतरिक्ष और साइबर जैसे कई क्षेत्रों) वातावरण में काम करने की सेना की क्षमता को रेखांकित किया। लेफ्टिनेंट कर्नल रावत ने कहा कि अभ्यास का एक प्रमुख आकर्षण नवगठित एएसएचएनआई प्लाटूनों का शामिल किया जाना था।
इसने प्रदर्शित किया कि किस तरह अगली पीढ़ी की तकनीक, युद्ध-प्रशिक्षित रणनीतियों के साथ सहज रूप से भविष्य के संघर्षों में निर्णायक बढ़त मिल सकती है। इस सहयोग ने प्रदर्शित किया कि कैसे स्वदेशी रक्षा नवाचार राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत कर रहा है और आत्मनिर्भरता को बढ़ा रहा है।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें- चीन की बढ़ने वाली है टेंशन, भारत के समंदर में QUAD देशों की नौसेना करेगी बड़ा युद्धाभ्यास, जंगी जहाज दिखाएंगे जलवा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।