अग्निपथ योजना के तहत गोरखा सैनिकों की भर्ती रहेगी जारी, Indian Army ने गलत संदेशों के प्रति किया आगाह
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम लंबे समय से भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती कर रहे हैं। हम अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती जारी रखने के लिए तत्पर हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। अग्निपथ योजना आ जाने के बाद भारतीय सेना (Indian Army) में गोरखा सैनिकों की भर्ती होगी की नहीं। इसको लेकर इंटरनेट मीडिया में कई तरह के फर्जी पोस्ट वायरल हो रही हैं। इस बीच, भारतीय सेना ने शुक्रवार को कहा कि नेपाल से गोरखाओं की भर्ती के मुद्दे पर इंटरनेट मीडिया पर फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं। साथ ही आर्मी ने नागरिकों को अफवाहों में न पड़ने को लेकर आगाह भी किया है।
भारतीय सेना ने अपने ट्वीट में कहा, 'नेपाल से भारतीय सेना में गोरखाओं की भर्ती के बारे में इंटरनेट मीडिया पर फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं। ऐसे गलत संदेशों से सावधान रहें।'
अफवाहों से बचें#Fake messages are being circulated on Social Media about recruitment of Gorkhas from Nepal in #IndianArmy.
Beware of fraudulent messages. pic.twitter.com/OVuP5i9sij
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) August 26, 2022
मालूम हो कि भारतीय सेना में नेपाली गोरखों की भर्ती भारत, नेपाल और ब्रिटेन के बीच हुई त्रिपक्षीय संधि के तहत होती है। अब तक नेपाली गोरखा भारतीय सेना में अपनी सेवा देते आ रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को दोहराया कि वह अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती जारी रखेगा। हालांकि, ऐसी खबरें आई हैं कि नेपाल सरकार इस योजना के तहत हिमालयी देश के युवाओं की भर्ती को लेकर बहुत उत्सुक नहीं है।
एक साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम लंबे समय से भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती कर रहे हैं। हम अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना में गोरखा सैनिकों की भर्ती जारी रखने के लिए तत्पर हैं।
बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 जून को भारतीय युवाओं के लिए अग्निपथ नामक सशस्त्र बलों की तीन सेवाओं में सेवा देने के लिए एक भर्ती योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत चयनित युवाओं को 'अग्निवर' के रूप में जाना जाएगा।
अग्निपथ योजना देशभक्त और प्रेरित युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देती है। अग्निपथ योजना को सशस्त्र बलों के एक युवा प्रोफाइल को सक्षम करने के लिए बनाया गया है।
गौरतलब है कि 'अग्निपथ' सैनिकों, वायुसैनिकों और नौसेना के नामांकन के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती योजना है। यह योजना युवाओं को सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में सेवा करने का अवसर प्रदान करती है। अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले सभी लोगों को अग्निवीर कहा जाएगा।
चार सालों के बाद योग्यता, इच्छा और चिकित्सा फिटनेस के आधार पर केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही नियमित संवर्ग में बनाए रखा जाएगा या फिर से सूचीबद्ध किया जाएगा।
सरकार ने कहा है कि भारत की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अग्निपथ योजना लाई गई है। अग्निवीरों को चार साल की सेवा के बाद एक अच्छा वेतन पैकेज और एक निकास सेवानिवृत्ति पैकेज दिया जाएगा। अंतिम पेंशन लाभ के निर्धारण के लिए अनुबंध के तहत सेवा किए गए पहले चार सालों पर विचार किए जाने की संभावना नहीं है।
अन्य 75 प्रतिशत 'अग्निवर' को उनके दूसरे करियर में मदद के लिए उनके मासिक योगदान के साथ-साथ कौशल प्रमाण पत्र और बैंक ऋण द्वारा आंशिक रूप से वित्त पोषित 11-12 लाख रुपये के एक्जिट या 'सेवा निधि' पैकेज के साथ विमुद्रीकृत किया जाएगा।
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