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    चीन और पाकिस्तान से दोनों मोर्चों पर तैयार है भारतीय वायुसेना, सीमा पर सुखोई लड़ाकू विमान ने भरी उड़ान

    By Dhyanendra SinghEdited By:
    Updated: Fri, 25 Sep 2020 07:39 PM (IST)

    भारतीय वायु सेना ने गुलाम कश्मीर (PoK) और चीन सीमा के पास एक फॉरवर्ड एयर बेस पर Su-30 MKI लड़ाकू विमान का संचालन किया। ऐसे समय में जब यह संदेह है कि चीन और पाकिस्तान दोनों भारत के खिलाफ एक साथ आ सकते हैं।

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    भारतीय वायुसेना के Su-30 MKI लड़ाकू विमान ने भरी उड़ान।

    नई दिल्ली, एएनआइ। भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव के दौरान भारतीय वायुसेना सीमा पर अपनी चौकस नजर रखे हुए। भारतीय वायुसेना न सिर्फ चीन बल्कि पाकिस्तान पर भी नजरें गड़ाए हुए हैं। भारतीय वायु सेना ने गुलाम कश्मीर (PoK) और चीन सीमा के पास एक फॉरवर्ड एयर बेस पर Su-30 MKI लड़ाकू विमान का संचालन किया। ऐसे समय में जब यह संदेह है कि चीन और पाकिस्तान दोनों भारत के खिलाफ एक साथ आ सकते हैं, भारतीय वायु सेना दोनों मोर्चों पर एक साथ निपटने के लिए तैयार है।

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    भारतीय वायुसेना लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर के माध्यम से फारवर्ड एयरबेस से दोनों देशों पर पैनी नजर रखे हुए है। फारवर्ड एयरबेस जहां से पाकिस्तान 50 किलोमीटर के आसपास है और रणनीतिक दौलत बेग ओल्डी लगभग 80 किलोमीटर है।

    श्योक नदी के पास बने फारवर्ड एयरबेस जहां खार-डूंग से गुजरते हुए SU -30 MKI और  C-130J Super Hercules, आईयूशिन -76 (Ilyushin-76) और एंटोन -32 (Anton-32) सहित कई विमान लगातार अपनी उड़ाने भर रहे हैं।

    चीन के साथ चल रहे संघर्ष के मद्देनजर लड़ाकू विमान दिन और रात सीमा पर गश्त लगा रहे हैं। परिवहन विमान लगातार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थित ठिकानों में सैनिकों, राशन और गोला-बारूद के साथ एयरबेस के भीतर और बाहर उड़ान भर रहे हैं।

    कोई भी ऑपरनेशन करने के लिए तैयार है भारतीय वायुसेना

    पाकिस्तान के स्कार्दू एयरबेस से खतरे और चीन-पाकिस्तान के एक साथ आने की संभावना के बारे में समाचार एजेंसी एएनआइ द्वारा पूछे जाने पर फ्लाइट लेफ्टिनेंट के एक भारतीय वायुसेना पायलट ने कहा कि आधुनिक प्लेटफॉर्म के कारण भारतीय वायुसेना पूरी तरह से प्रशिक्षित है और कोई भी ऑपरेशन करने के लिए तैयार है।

    किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हम पूरी तरह प्रशिक्षित हैं और प्रेरित हैं। हम भारतीय वायुसेना के आदर्श वाक्य  'टच द स्काई विथ ग्लोरी' को जीते हैं। इन दुर्गम इलाकों में रात के संचालन के लिए भारतीय वायुसेना की क्षमता के बारे में बात करते हुए एक लड़ाकू पायलट ने कहा कि आज, हमारी युद्ध क्षमता बढ़ गई है, इतना है कि हम किसी भी स्थिति के दौरान रातों में भी सभी प्रकार के मिशन करने में सक्षम हैं।