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    चीन से झड़प के बाद अलर्ट पर भारतीय वायु सेना, लद्दाख सीमा पर फाइटर जेट की सख्ती, देखें PHOTOS

    By Nitin AroraEdited By:
    Updated: Fri, 19 Jun 2020 04:12 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भरोसा देते हुए चीन को आगाह किया कि चाहे कोई भी हालात हो भारत अपनी हर इंच जमीन की रक्षा करेगा। ...और पढ़ें

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    चीन से झड़प के बाद अलर्ट पर भारतीय वायु सेना, लद्दाख सीमा पर फाइटर जेट की सख्ती, देखें PHOTOS

    नई दिल्ली, एएनआइ। भारत की तरफ से जैसी तैयारियां चल रही हैं, उनसे यह साफ है कि बातचीत अपनी जगह पर है और जवानों की ताकत से देश की सुरक्षा अपनी जगह। अब सिर्फ बातचीत के सहारे ही आगे नहीं बढ़ा जाएगा बल्कि हर तरीके से तैयार रहना होगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि एक तरफ भारत और चीन के बीच 15-16 जून को पैदा हुए तनाव के बाद बातचीत जारी है। लेकिन इस दौरान भारतीय वायु सेना प्रमुख का लेह और कश्मीर का दौरा और फाइटर जेट्स को चीन से लगने वाली सीमा के नजदीक पहुंचाना साफ करता है कि चीन एक बार तो धोखा दे सकता है मगर बार-बार हम उसे यह मौका नहीं देंगे।

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    IAF चीफ 17 और 18 को लेह और कश्मीर के दौरे पर थे।...और अब जहां भारतीय लड़ाकू जेट आगे के हवाई क्षेत्रों में भेजे गए हैं। चीन के साथ सीमा पर हुए तनाव के बाद वायु सेना ने फाइटर जेट सहित अपनी विभिन्न सामानों को आगे के ठिकानों और हवाई क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने लेह, लद्दाख से कुछ तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें सैन्य हेलिकॉप्टर और फाइटर जेट की गतिविधियां साफ तौर पर देखी जा रही हैं। इससे एक बात और साफ है कि चीन से इस विवाद पर पूरी भारतीय सेना अलर्ट पर है और किसी भी स्थिति में तुरंत कार्रवाई को तैयार है।

    बता दें कि सोमवार रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। इसके बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। इसे पांच दशक से भी अधिक समय बाद सबसे बड़ा सैन्य टकराव बताया गया है।

    घटना के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने गलवन वैली के इलाके को अपना क्षेत्र बताते हुए कहा था कि भारतीय सेना के जवानों ने वहां पर हिंसा शुरू की थी। चीन की तरफ से आ रहे बयान न सिर्फ बेबुनियाद हैं, बल्कि गैरवाजिब भी हैं। हालांकि, भारत की तरफ से इस मसले को सुलझाने के लिए पूरी सावधानी और संयम बरता जा रहा है।

    इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भरोसा देते हुए चीन को आगाह किया कि चाहे कोई भी हालात हो भारत अपनी हर इंच जमीन की रक्षा करेगा। भारत को उकसाने पर हर हाल में चीन को निर्णायक जवाब भी दिया जाएगा। गलवन घाटी में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

    गौरतलब है कि चीन को माकूल जवाब देने की रणनीति पर देश में काम हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में भारत-चीन सीमा क्षेत्रों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 जून को शाम 5 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है। पीएम कार्यालय की ओर से साझा की गई इस जानकारी में बताया गया है कि विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस वर्चुअल बैठक में हिस्सा लेंगे।