India-China Relation: पांच साल बाद फिर शुरू होगी सीधी उड़ान सेवा, द्विपक्षीय संबंधो को मिलेगी मजबूती
चीन ने भारत के साथ पांच साल बाद सीधी उड़ानें बहाल करने के फैसले का स्वागत किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह कदम दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे दोनों देशों के लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ेगा और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। इंडिगो ने 26 अक्टूबर से कोलकाता से ग्वांगझू के लिए उड़ानें शुरू करने की योजना बनाई है।

5 साल बाद सीधी उड़ानें बहाल। जागरण फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन ने भारत के साथ पांच साल के अंतराल के बाद सीधी उड़ानें बहाल किए जाने को सकारात्मक कदम बताया है। भारत ने दो अक्टूबर को घोषणा की थी कि चीन के लिए सीधी उड़ानें 26 अक्टूबर से फिर से शुरू होंगी। मीडिया ब्रीफिंग में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने गुरुवार को कहा कि उड़ानें अक्टूबर के अंत तक बहाल होंगी।
उन्होंने कहा, यह कदम दर्शाता है कि 31 अगस्त को तियानजिन में राष्ट्रपति चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए हुए समझौतों पर दोनों पक्ष ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं। यह कदम 2.8 अरब से अधिक चीनी और भारतीय लोगों के बीच मित्रवत आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने वाला है।
उन्होंने कहा, द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण के मद्देनजर चीन भारत के साथ मिलकर मिलकर कार्य करने के लिए तैयार है ताकि हम अच्छे पड़ोसी की तरह मित्र बन सकें, एक-दूसरे की सफलता में मदद करने वाले साझेदार बन सकें, तथा ड्रैगन और हाथी के बीच सहयोगात्मक तालमेल को साकार कर सकें ताकि दोनों देशों के लोगों के लिए अधिक ठोस परिणाम प्राप्त किए जा सकें और एशिया तथा उसके बाहर शांति और समृद्धि को कायम रखने में योगदान दिया जा सके।
हालांकि एयर चाइना जैसी चीनी एयरलाइंस, जो पहले दोनों देशों के बीच उड़ानें संचालित करती थीं, ने अभी तक उड़ानें पुन: शुरू करने की औपचारिक योजना की घोषणा नहीं की है। इंडिगो ने हाल ही में बयान में कहा कि वह 26 अक्टूबर से कोलकाता से ग्वांगझू के लिए दैनिक उड़ानें संचालित करने की योजना बना रही है। नियामक अनुमोदन मिलने पर इंडिगो शीघ्र ही दिल्ली और गुआंगझोउ के बीच सीधी उड़ानें भी शुरू करेगी।
चीन और भारत के बीच उड़ान सेवाएं 2020 में कोविड-19 महामारी के बाद निलंबित कर दी गई थीं। पूर्वी लद्दाख में चार साल से अधिक समय तक चले सीमा विवाद के कारण उड़ान सेवा को बहाल नहीं किया गया। जून 2020 में गलवन घाटी में हुई झड़पों के बाद भारत-चीन संबंध 1962 के युद्ध के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
कई कूटनीतिक और सैन्य वार्ताओं के बाद, दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ कई टकराव वाले ¨बदुओं से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया। पिछले वर्ष अक्टूबर में दोनों पक्षों ने देपसांग और डेमचोक से सैनिकों को पीछे हटाने का समझौता किया था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा था कि भारत और चीन अक्टूबर के अंत तक सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू कर देंगे।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।