भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने को इच्छुक अफगानिस्तान, वाणिज्यिक अताशे अगले महीने आ सकते हैं नई दिल्ली
अफगानिस्तान के वाणिज्य मंत्री ने भारत के साथ व्यापार को एक अरब डॉलर से अधिक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने भारतीय व्यवसायियों को खनन, कृषि, स्वास्थ्य, आईटी और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। दोनों देशों ने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए वाणिज्यिक अताशे नियुक्त करने का निर्णय लिया है। यह कदम द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है।
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अफगानिस्तान के वाणिज्यिक अताशे अगले महीने आ सकते हैं भारत। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान के वाणिज्यिक अताशे के एक महीने के भीतर भारत आने की उम्मीद है। इसके वाणिज्य और उद्योग मंत्री अल्हाज नूरुद्दीन अजीजी ने सोमवार को यह जानकारी दी। साथ ही जोर देकर कहा कि काबुल द्विपक्षीय व्यापार को एक अरब डालर से काफी अधिक बढ़ाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि जब निजी निवेश की बात आती है तो दोनों पक्षों की ओर से मजबूत इच्छाशक्ति होती है। अजीजी ने द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल माहौल का वादा करते हुए भारतीय व्यवसायियों को अपने देश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
इन क्षेत्रों में व्यावसायिक भागीदारी के अवसर मौजूद
उन्होंने खनन, कृषि, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, सूचना प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और कपड़ा को ऐसे क्षेत्रों के रूप में रेखांकित किया, जहां व्यावसायिक भागीदारी के लिए महत्वपूर्ण अवसर मौजूद हैं। वह एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ पांच दिवसीय यात्रा पर पिछले सप्ताह नई दिल्ली पहुंचे थे।
मीडिया ने उनसे विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद और अन्य के साथ हालिया बैठकों के बारे में पूछा।
भारत के साथ व्यापार बढ़ाने की कोशिश में अफगानिस्तान
अफगान मंत्री ने हाल के फैसले को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत और अफगानिस्तान ने वर्तमान में एक अरब डालर से अधिक मूल्य के द्विपक्षीय व्यापार को पुनर्जीवित करने के लिए एक-दूसरे की राजधानियों में समर्पित वाणिज्यिक अताशे नियुक्त करने का निर्णय लिया है।

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