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    क्या अमेरिका से द्विपक्षीय समझौतों को रद करेगा भारत? विदेश मंत्रालय ने बताई वायरल पोस्ट की सच्चाई

    Updated: Sun, 03 Aug 2025 10:31 PM (IST)

    डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा टैरिफ और जुर्माना लगाने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया गया कि भारत अमेरिका के साथ द्विपक्षीय समझौते रद्द करने वाला है। विदेश मंत्रालय ने इस दावे को गलत बताया है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच समझौतों को निलंबित करने का कोई बयान नहीं दिया गया है।

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    अमेरिका और भारत के द्विपक्षीय संबंध से जुड़े कई फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे।(फोटो सोर्स: MEA)

     डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  अमेरिका ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ और जुर्माना का एलान किया है। भारत सरकार ने कहा कि चाहे कुछ भी हो राष्ट्रहित से कोई समझौता नहीं होगा। हालांकि, दोनों लगातार टैरिफ को लेकर एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं।

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    इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी वायरल हुआ। पोस्ट में यह दावा किया गया कि भारत, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय समझौतों को रद करने वाला है। इस पोस्ट को विदेश मंत्रालय ने झूठ (फेक) करार दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा यह गलत दावा किया जा रहा है।

    पीआईबी ने पोस्ट को बताया भ्रामक

    रविवार को पीआईबी फैक्ट चेक और MEA के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से जानकारी दी गई कि विदेश मंत्रालय ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित करने या समीक्षा  करने संबंधी कोई बयान नहीं दिया है। मंत्रालय ने बताया कि सोशल मीडिया पर जो पोस्ट अपलोड किए जा रहे हैं वो भ्रामक हैं।

    शुक्रवार भारत ने कहा कि दोनों देशों ने कई नए बदलावों और चुनौतियों का सामना किया है। हालांकि, दोनों देश अपने संबंधों को और बेहतर बनाने में जुटे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, भारत और अमेरिका के बीच साझा हितों लोकतांत्रिक मूल्यों और दोनों देशों की जनता के स्तर पर मजबूत संबंधों पर आधारित व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।

    ट्रंप ने भारत को लेकर क्या कहा है?

    बता दें कि ट्रंप ने ने रूसी हथियार और तेल खरीदने पर भारत पर अतिरिक्त जुर्माना लगाने की चेतावनी भी दी है। वहीं, उन्होंने ब्रिक्स (जिसका भारत भी सदस्य है) पर नाराजगी व्यक्त की और भारत को एक "मृत अर्थव्यवस्था" कहा।

    स्वदेशी के समर्थन में क्या बोले पीएम मोदी?

    वहीं, दूसरी ओर लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने चेतावनी दी कि विश्व अर्थव्यवस्था अस्थिरता और अनिश्चितता के दौर में प्रवेश कर रही है।

    उन्होंने आगे कहा कि स्वदेशी उद्योग को समर्थन देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आह्वान करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि हर भारतीय, चाहे वह किसी भी राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठे, तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था का समर्थन करे।

    पीएम मोदी ने आगे कहा," यह सिर्फ मोदी के कहने की बात नहीं है, यह हर भारतीय को कहना चाहिए, अगर हम चाहते हैं कि भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने, तो हर राजनीतिक दल और हर नेता को अपनी हिचकिचाहट को किनारे रखते हुए राष्ट्रहित में काम करना होगा और लोगों में स्वदेशी की भावना जागृत करनी होगी।"

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