India-Britain के बीच FTA वार्ता फिर से होगी शुरू, अगले हफ्ते ब्रिटेन के व्यापार मंत्री जोनाथन रेनोल्ड्स आएंगे भारत
भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर नई वार्ता अगले हफ्ते शुरू होगी। ब्रिटेन के बिजनेस और ट्रेड मंत्री जोनाथन रेनोल्ड्स भारत की यात्रा करेंगे जब वार्ता को री-लॉन्च किया जाएगा। 2022 से चल रही एफटीए वार्ता में राजनीतिक अस्थिरता और अन्य मुद्दों के कारण देरी हुई थी। ब्रिटेन की नई सरकार अब भारत के साथ व्यापार समझौते को फिर से प्राथमिकता दे रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर द्विपक्षीय वार्ता की नई शुरूआत अगले हफ्ते होने जा रही है। अगले हफ्ते के शुरुआत में ब्रिटेन के बिजनेस और ट्रेड मंत्री जोनाथन रेनोल्ड्स भारत की यात्रा पर होंगे जब वार्ता को एक तरह से री-लांच किया जाएगा।
पिछले साल ब्रिटेन में सत्ता परिवर्तन के बाद लेबर पार्टी की सरकार बनने के बाद पहली बार भारत के साथ एफटीए पर बातचीत शुरू होगी। अभी आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है लेकिन कूटनीतिक सूत्रों ने बताया है कि ब्रिटेन की नई केर स्टार्मर की सरकार वर्ष 2022 से भारत के सात चल रही एफटीए वार्ता की प्रगति को लेकर बहुत उत्साहित नहीं है। कई मुद्दों पर वह नये सिरे से बात करने के पक्ष में है। भारत इसके लिए तैयार है।बताया गया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच उच्चस्तर पर एफटीए पर बातचीत को दोबारा शुरू करने की सहमति बनी है।
कारोबारी संबंध और एफटीए अहम प्राथमिकता
अगले हफ्ते शुरु होने वाली वार्ता जल्द ही तेज रफ्तार पकड़ेगी। विदेश मंत्री एस जयशंकर के भी मार्च, 2025 के पहले हफ्ते ब्रिटेन जाने की तैयारी है। इस दौरे में भी कारोबारी संबंधों और एफटीए एक अहम प्राथमिकता रहेगी। जयशंकर ब्रिटेन के साथ ही आयरलैंड भी जाएंगे। भारत और ब्रिटेन के बीच जनवरी, 2022 में एफटीए पर बातचीत शुरू हुई थी। दोनों के बीच 14 दौर की वार्ता हो गई थी।
वर्ष 2023 के शुरुआत में तो दोनों तरफ की सरकारों ने कह दिया था कि दीवाली-2023 से पहले एफटीए पर हस्ताक्षर भी हो जाएंगे। लेकिन कुछ मुद्दों के अटकने और ब्रिटेन में राजनीतिक अस्थिरता होने की वजह से यह संभव नहीं हो पाया। एफटीए को लेकर अंतिम बैठक मार्च, 2024 में हुई थी।
एफटीए वार्ता की शुरुआत करने की बनी थी सहमति
जुलाई, 2024 चुनाव में वहां सरकार बदल गई थी। जिससे वार्ता की रफ्तार बनी नहीं रह सकी। सनद रहे कि नवंबर, 2024 में जी-20 की शिखर सम्मेलन (ब्राजील) में पीएम नरेन्द्र मोदी और ब्रिटिश पीएम स्टार्मर के बीच बैठक में एफटीए वार्ता की शुरुआत करने की सहमति बनी थी। कूटनीतिक सूत्र बताते हैं कि मौजूदा माहौल में ब्रिटेन और भारत दोनों को यह लगता है कि एफटीए वार्ता अभी शुरू करना उनके लिए फायदा का सौदा हो सकता है।
ब्रिटेन की सरकार अपने सबसे बड़े कारोबारी साझेदार देश अमेरिका की नई ट्रंप प्रशासन की आर्थिक नीतियों को लेकर चिंतित है और उसे लगता है कि मौजूदा अस्थिरता में भारत जैसे विशाल बाजार के साथ ट्रेड समझौता सही रहेगा। दूसरी तरफ, भारत सरकार को यह लग रहा है कि इस हालात में ब्रिटेन के साथ सौदेबाजी करना ज्यादा आसान होगा। वर्ष 2024 में भारत व ब्रिटेन का द्विपक्षीय कारोबार 41 अरब पाउंड का रहा था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।