स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर 2022 में इंटरपोल महासभा की मेजबानी करेगा भारत
इंटरपोल की महासभा गवर्निग बॉडी है और महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लेने के लिए सभी देशों की साल में एक बार बैठक करता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ के साथ ही देश 2022 में इंटरपोल महासभा की मेजबानी भी करेगा। इस संबंध में एक प्रस्ताव अगस्त में भारत आए इंटरपोल के महासचिव जर्गन स्टाक के समक्ष गृह मंत्री अमित शाह ने रखा था। बता दें कि भारत ने सिर्फ एक बार 1997 में इंटरपोल महासभा की मेजबानी की थी। शुक्रवार को संपन्न हुई इस साल की महासभा चिली में हुई थी।
इंटरपोल (अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसमें भारत सहित 194 सदस्य देश हैं। फ्रांस के लियोन में इसका मुख्यालय है और इसका गठन 1923 में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस आयोग के रूप में किया गया था। 1956 में इसे इंटरपोल कहा जाने लगा। भारत 1949 में इसमें शामिल हुआ था।
इंटरपोल अपने सभी सदस्य देशों में पुलिस को एक साथ काम करने में मदद करता है। इतना ही नहीं, अपराधों और अपराधियों का डाटा साझा करने और कई तकनीकी सहायता प्रदान करता है। इंटरपोल की महासभा गवर्निग बॉडी है और महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लेने के लिए सभी देशों की साल में एक बार बैठक करता है।