'अगले 10 साल में डिफेंस में आत्मनिर्भर बनेगा भारत', राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में बोले रक्षा सचिव राजेश कुमार
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि भारत अगले 10 वर्षों में रक्षा उपकरणों के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा। वर्तमान में, रक्षा बजट का 80% घरेलू उत्पादन पर खर्च हो रहा है। उन्होंने आयात निर्भरता का कारण पुरानी विरासत प्रणाली को बताया। रूस से अतिरिक्त एस-400 की खरीद पर विचार किया जा रहा है। रक्षा सामग्री की आपूर्ति में देरी करने वाली कंपनियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। एचएएल प्रमुख ने तेजस विमान को सुरक्षित बताया।

रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रक्षा मामलों में देश तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है और अगले 10 साल में हम ज्यादातर रक्षा उपकरण स्वदेशी स्तर पर बनाने लगेंगे। हालांकि, अभी ही भारत आत्मनिर्भरता के लक्ष्य से काफी आगे जा चुका है और रक्षा बजट का 80 प्रतिशत खर्च घरेलू रक्षा उत्पादन पर खर्च हो रहा है।
एएनआइ के राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने रक्षा मामलों में आत्मनिर्भर भारत की गुलाबी तस्वीर पेश की। उन्होंने कहा कि समय के साथ आप देखेंगे कि आयात निर्भरता तेजी से कम हो रही है और ज्यादातर आयुध सामग्री देश में ही बनने लगेगी।
10 साल में रक्षा में आत्मनिर्भर भारत
उन्होंने कहा कि आयात निर्भरता की प्रमुख वजह पुरानी विरासत प्रणाली है, जिसमें संसाधनों की कमी की वजह से रक्षा सामानों की सर्विस लाइफ को बेवजह खींचना पड़ता है। रूस से अतिरिक्त एस-400 खरीद पर होगी बात रक्षा सचिव ने कहा कि देश के एयर डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने के लिए रूस से अतिरिक्त एस-400 की खरीद की जा सकती है।
हालांकि, दिसंबर में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर पहले आर्डर किए हुए एस-400 की आपूर्ति में हो रही देरी पर स्पष्ट बात होगी। इसके साथ ही व्यापक रक्षा सहयोग पर भी दोनों पक्ष बातचीत करेंगे। सुखोई के अपग्रेडेशन पर भी चर्चा होगी।
रक्षा बजट का 80% घरेलू उत्पादन पर
इनसेट- वादे पर खरा न उतरनेवाली कंपनियों पर होगा एक्शनरक्षा सचिव ने रक्षा सामग्री आपूर्ति में देरी करनेवाली कंपनियों पर भी सख्ती का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि कंपनियां वादा तो कर देती हैं, लेकिन सालों साल आपूर्ति लटकी रहती है।
इसके लिए हम ट्रैकिंग सिस्टम शुरू करेंगे और कड़े कदम उठाएंगे। आर्डर मिलने के सालभर के अंदर आपूर्ति न होने पर ठेका रद कर दिया जाएगा। फिर, वह चाहे किसी भी देश या कंपनी का मामला हो।
तेजस विमान पूरी तरह सुरक्षित: HLL
इनसेट- तेजस के साथ कोई समस्या नहीं: एचएएल भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान बनानेवाली कंपनी ¨हदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के प्रमुख डीके सुनील ने दुबई में हुए तेजस विमान हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इस घटना के बावजूद ये हल्का लड़ाकू विमान पूरी तरह से सुरक्षित है।
इसमें बेहद मजबूत सुरक्षा विशेषताएं शामिल हैं, जिससे इस विमान के भविष्य के इस्तेमाल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि तेजस का सुरक्षा रिकार्ड दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है।
(न्यूज एजेंसी ANI के इनपुट के साथ)

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