'अखबार और रिपोर्टर की भारत के खिलाफ दुश्मनी की भावना ', अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट पर क्यों भड़का विदेश मंत्रालय?
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग चलाने की साजिश को भारत से जोड़ने वाली अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने जबरदस्त तीखी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने अखबार और उसके रिपोर्टर को नई दिल्ली के खिलाफ शत्रुता की भावना रखने वाला भी बताया है। पढें रिपोर्ट में क्या कहा गया था और भारत ने क्या दी है प्रतिक्रिया।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत ने अमेरिकी मीडिया की उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है, जिसमें नई दिल्ली को मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग चलाने की असफल साजिश से जोड़ा गया था। साथ ही भारत ने उन रिपोर्टों को भी नकारा है, जिसमें भारतीय एजेंटों द्वारा पाकिस्तान में कुछ आतंकवादी तत्वों को खत्म करने का कथित प्रयास करने के बारे में बताया गया था।
रिपोर्टों को खारिज करते हुए विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अखबार और संबंधित रिपोर्टर भारत के प्रति बाध्यकारी शत्रुता रखते हैं। गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने मालदीव पर अपनी रिपोर्ट में "डेमोक्रेटिक रिन्यूअल इनिशिएटिव" नामक एक दस्तावेज का हवाला देते हुए दावा किया कि विपक्षी राजनेताओं ने मुइज्जू की अपनी पार्टी के सदस्यों सहित 40 संसद सदस्यों को रिश्वत देकर उन्हें महाभियोग लगाने के लिए वोट देने का प्रस्ताव रखा था।
अखबार की भारत के प्रति शत्रुता की भावना: MEA
इसमें कहा गया कि कई महीनों की गुप्त बातचीत के बाद भी साजिशकर्ता राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए पर्याप्त वोट जुटाने में विफल रहे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा, 'अखबार और रिपोर्टर दोनों ही भारत के प्रति बाध्यकारी शत्रुता रखते हैं। आप उनकी गतिविधियों में एक पैटर्न देख सकते हैं। मैं उनकी विश्वसनीयता का आकलन करने का काम आप पर छोड़ता हूं। जहां तक हमारा सवाल है, उनमें कोई विश्वसनीयता नहीं है।'
उन्होंने आगे कहा, 'जहां तक पाकिस्तान से जुड़ी रिपोर्ट का सवाल है, मैं आपको हिलेरी क्लिंटन की कही बात याद दिलाता हूं- आप अपने बैकयार्ड में सांप पालकर ये उम्मीद नहीं कर सकते कि वे केवल आपके पड़ोसियों को ही काटेंगे।' क्लिंटन ने 2011 में पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश में यह टिप्पणी की थी, जब वह अमेरिकी विदेश मंत्री के रूप में कार्यरत थीं।
अखबार ने किया था दावा
उन्होंने यह भी कहा था कि अमेरिका आतंकवादियों के सुरक्षित ठिकानों को हटाने और हक्कानी नेटवर्क जैसे समूहों से निपटने के लिए पाकिस्तानियों पर बहुत दबाव डालने का इरादा रखता है, जो सीमा पार हमलों के लिए जिम्मेदार हैं। बता दें कि पाकिस्तान में भारत के छिपे अभियानों पर अपनी रिपोर्ट में, वाशिंगटन पोस्ट ने अनाम पाकिस्तानी और पश्चिमी अधिकारियों के हवाले से दावा किया कि भारतीय खुफिया एजेंसी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), 2021 से पाकिस्तान के अंदर कम से कम आधा दर्जन लोगों की हत्या करने के लिए एक कार्यक्रम चला रही है।
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