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    'भाषण बंद करें, खुद को आईना में देखें' निशिकांत दुबे ने UN में पाकिस्तान को सुनाया

    Updated: Tue, 14 Oct 2025 10:10 AM (IST)

    भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को बाल अधिकारों के उल्लंघन और सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर घेरा। निशिकांत दुबे ने ऑपरेशन सिंदूर को बच्चों की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया और पाकिस्तान को CAAC का उल्लंघनकर्ता बताया। उन्होंने पाकिस्तान पर बच्चों के खिलाफ दुर्व्यवहार और सीमा पार आतंकवाद से ध्यान हटाने का आरोप लगाया। दुबे ने पाकिस्तान को आईना देखने और उपदेश देना बंद करने की सलाह दी। 

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    निशिकांत दुबे, सांसद बीजेपी।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर से भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में बाल अधिकारों के गंभीर उल्लंघन और सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरा।

    दरअसल, 80वें UNGA सत्र बोलते हुए निशिकांत दुबे ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारत की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि ये बच्चों की सुरक्षा के लिए वैध और आवश्यक प्रतिक्रिया बताया।

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    पाकिस्तान पर बरसे निशिकांत दुबे

    सांसद पीपी चौधरी के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र गए संसदीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल दुबे ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान बाल एवं सशस्त्र संघर्ष (सीएएसी) एजेंडे का सबसे गंभीर उल्लंघनकर्ता बना हुआ है।

    अपने संबोधन के दौरान निशिकांत दुबे ने सीएएसी पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की 2025 की रिपोर्ट का हवाला दिया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान की सीमा पार आतंकवाद, गोलाबारी और हवाई हमलों की भूमिका को उजागर किया।

    पाकिस्तान पर लगाए बच्चों के खिलाफ दुर्व्यवहार के आरोप

    बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि हम पाकिस्तान द्वारा अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों के खिलाफ गंभीर दुर्व्यवहारों, जैसा कि सीएसी 2025 पर महासचिव की रिपोर्ट से स्पष्ट है, और साथ ही चल रहे सीमा पार आतंकवाद से दुनिया का ध्यान हटाने के प्रयास की कड़ी निंदा करते हैं।

    बीजेपी सांसद ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अफगानिस्तान सीमा के निकट क्षेत्रों में पाकिस्तान की सेना द्वारा किए गए सीमा पार हमलों और हवाई हमलों के कारण कई अफगान बच्चों को नुकसान पहुंचा है या वे मारे गए हैं।

    संबोधन में निशिकांत दुबे ने ऑपरेशन सिंदूर का किया जिक्र

    वहीं, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षित आतंकवादियों द्वारा किए गए क्रूर, लक्षित हमलों को नहीं भूला है। बता दें कि पहलगाम हमले में 26 नागरिक मारे गए थे।

    पहलगाम हमले के बाद भारत ने मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में नौ आतंकवादी ठिकानों नष्ट कर दिया।

    ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों पर सोची-समझी कार्रवाई की और कई आतंकवादियों को मार गिराया।

    'ऑपरेशन सिंदूर एक संतुलित प्रक्रिया'

    निशिकांत दुबे ने कहा कि एक सुविचारित और संतुलित प्रतिक्रिया में भारत ने मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकवाद के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने और इसके आयोजकों और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के अपने वैध अधिकार का प्रयोग किया। इसके विपरीत, पाकिस्तान ने जानबूझकर हमारे सीमावर्ती गाँवों को निशाना बनाया, जिसके परिणामस्वरूप बच्चों सहित कई नागरिक मारे गए।

    पाकिस्तान को देखना चाहिए आईना

    निशिकांत दुबे ने कहा कि इस तरह के कृत्यों में लिप्त होने के बाद पाकिस्तान का अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बोलना बेहद पाखंडपूर्ण है। आगे कहा कि पाकिस्तान को खुद को आईने में देखना चाहिए, इस मंच पर उपदेश देना बंद करना चाहिए, अपनी सीमाओं के भीतर बच्चों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए और अपनी सीमाओं के भीतर महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाना बंद करना चाहिए।