भारत-सिंगापुर आर्थिक सहयोग के व्यापक एजेंडे पर कर रहे काम, सरकार और उद्योग जगत के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर
भारत और सिंगापुर आर्थिक सहयोग के एक व्यापक एजेंडे पर काम कर रहे हैं। बुधवार को इस संबंध में दोनों देशों के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को मिलाकर गठित मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन में विस्तार से विचार किया गया। यह इस तरह की तीसरी बैठक थी। तीसरे भारत-सिंगापुर व्यापार गोलमेज की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई जिसमें निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत और सिंगापुर आर्थिक सहयोग के एक व्यापक एजेंडे पर काम कर रहे हैं। बुधवार को इस संबंध में दोनों देशों के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को मिलाकर गठित मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन में विस्तार से विचार किया गया। यह इस तरह की तीसरी बैठक थी।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में ये मंत्री हुए शामिल
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और रेलवे, इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव शामिल थे।
सिंगापुर की ओर से उप प्रधानमंत्री और व्यापार व उद्योग मंत्री गान किम योंग, राष्ट्रीय सुरक्षा और गृह मामलों के समन्वयक मंत्री के शनमुगम, विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन, डिजिटल और सूचना मंत्री जोसफिन टियो, जनशक्ति मंत्री डा टैन सी लेंग, और परिवहन कार्यवाहक मंत्री जेफ्री सियो ने हिस्सा लिया।
बैठक में छह प्रमुख क्षेत्रों उन्नत विनिर्माण, कनेक्टिविटी, डिजिटलीकरण, स्वास्थ्य और चिकित्सा, कौशल विकास, और स्थिरता के तहत द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति की समीक्षा की गई।
सिंगापुर के मंत्रियों ने इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी मुलाकात की
मंत्रियों ने इन क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने के लिए कई विशिष्ट पहलों की पहचान की। तीसरे भारत-सिंगापुर व्यापार गोलमेज की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई, जिसमें निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया। सिंगापुर के मंत्रियों ने इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी मुलाकात की।
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