मूड़ीगंगा हादसे के बाद फंसे बांग्लादेशी नागरिकों को भारत ने भेजा वापस, 8 महीने से फ्लड शेल्टर में थे ठहरे
दीपावली से पहले, भारत सरकार ने मूड़ीगंगा नदी में हुए हादसे के बाद फंसे 12 बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजा। 13 फरवरी को एक मालवाहक जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसके बाद इन नागरिकों को बचाया गया। उन्हें सागरद्वीप के एक फ्लड शेल्टर में रखा गया था। भारत और बांग्लादेश के हाई कमीशन स्तर पर बातचीत के बाद, उन्हें पेट्रापोल सीमा पर वापस भेजा गया।

मालवाहक जहाज मूड़ीगंगा नदी में दुर्घटना का शिकार हो गया था (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। दीपावली से पहले भारत सरकार ने एक मानवीय कदम उठाते हुए बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के मूड़ीगंगा नदी में हुए हादसे के बाद आठ माह से फंसे 12 बांग्लादेशी नागरिकों को शनिवार को सकुशल वापस उनके देश भेज दिया।
ये सभी लोग आठ महीने से अधिक समय से यहां फंसे थे। 13 फरवरी को बांग्लादेश का एक मालवाहक जहाज मूड़ीगंगा नदी में दुर्घटना का शिकार हो गया था। जहाज में सवार लोगों को तुरंत सागर ब्लाक प्रशासन और पुलिस ने बचाया।
नाविक गंभीर रूप से हुआ था घायल
इस हादसे में एक नाविक गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गया। हादसे के बाद सभी को सागरद्वीप के एक फ्लड शेल्टर में ठहराया गया, जहां प्रशासन ने उनके रहने, खाने और चिकित्सा की पूरी व्यवस्था की।
दुर्गापूजा से पहले उनकी स्वदेश वापसी की प्रक्रिया तेज कर दी गई। भारत और बांग्लादेश के हाई कमीशन स्तर पर बातचीत और कागजी प्रकिया के बाद बांग्लादेशी नागरिकों को शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के पेट्रापोल में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेश प्रशासन के हवाले कर दिया गया।
बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पार भेजने से पहले दक्षिण 24 परगना जिला परिषद के सदस्य संदीप कुमार पात्र ने उनसे मुलाकात कर शुभकामनाएं दीं। यह औपचारिकता सुंदरबन विकास मंत्री बंकिम चंद्र हाजरा के निर्देश पर निभाई गई।
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