Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सैन्य शक्ति के मामले में भारत से कोसों दूर है पाकिस्तान

    By Manish NegiEdited By:
    Updated: Fri, 27 Jul 2018 09:07 PM (IST)

    पाकिस्तान भले ही परमाणु बम हमले जैसी बात करे पर उसका स्थान सूची में शीर्ष 15 देशों में भी नहीं है। ...और पढ़ें

    Hero Image
    सैन्य शक्ति के मामले में भारत से कोसों दूर है पाकिस्तान

    शिवांग माथुर, नई दिल्ली। सेनाओं के समक्ष बढ़ रही सुरक्षा चुनौतियों के बीच भारत सैन्य ताकत को लगातार बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। जिसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं। दुनियाभर के तमाम देशों की सेनाओं और रक्षा शक्ति का आकलन करने वाली संस्था ग्लोबल फायर पावर ने कहा है कि सैन्य ताकत के मामले में भारत दुनिया में चौथे स्थान पर है। जबकि पाकिस्तान दुनिया में सैन्य ताकत के मामले 17वें पायदान पर हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पाकिस्तान भले ही परमाणु बम हमले जैसी बात करे पर उसका स्थान सूची में शीर्ष 15 देशों में भी नहीं है। आपको बता दें कि इस संस्था ने वर्ष 2018 के अपने विश्लेषण में 136 देशों को शामिल किया है। इस क्रम में अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत का चौथा स्थान है। सूची में भारत फ्रांस और ब्रिटेन से भी आगे है।

    गौरतलब है कि ग्लोबल फायर पावर संस्था ने अपने विश्लेषणों में परमाणु हथियारों को शामिल नहीं किया है। जिन बिंदुओं को आधार माना गया है वे हैं- रक्षा बजट, सैन्य संसाधन, प्राकृतिक संसाधन, भौगोलिक सुविधाएं और उपलब्ध जनशक्ति।

    रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के पास एक्टिव आर्मी यानी सक्रिय सैनिकों की तादाद 13 लाख से अधिक है। इसके अलावा 28 लाख रिजर्व जवान हैं जो कभी भी जरूरत पड़ने पर सेना की मदद करने को तैयार हैं। वही पाकिस्तान के पास सक्रिय सैनिकों के तौर पर केवल 6 लाख, 37 हजार और रिजर्व सैनिक 3 लाख ही हैं।

    वहीं बात अगर लड़ाकू विमानों की संख्या की कि जाए तो भारत के पास लड़ाकू विमानों की संख्या दो हजार से भी ज्यादा है। टैंकों की संख्या तकरीबन 4,400 है। वही अगर ग्लोबल फायर पावर की रिपोर्ट मानी जाए तो रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पास हेलिकॉप्टर और मालवाहक जहाजों समेत लड़ाकू जहाजों की संख्या करीब 1,000 और टैंकों की संख्या तीन हजार के करीब ही है। उसके पास युद्धपोत भी नहीं है लेकिन, दूसरे किस्म की समुद्री जहाजों की संख्या भी मात्र 200 के आसपास ही है।

    पाकिस्तान ने पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले पिछले साल यानी 2017 में अपनी सैन्य ताकत में वृद्धि जरूर की थी। लेकिन साल 2018 के आकड़ों पर अगर नजर डाली जाए तो पाकिस्तान की रैकिंग फिर से फिसल गई है। 2017 के पहले तक तो वह शीर्ष 15 देशों की सूची में भी शामिल नहीं था। 2017 में पाकिस्तान की रैकिंग 13 वे स्थान पर थी जो कि अब और लुढक गई है जबकि भारत अपनी जगह बनाए रखने में सफल रहा है।