भारत ने ब्रिटेन से खालिस्तान समर्थकों की हरकतों पर जताई चिंता, कहा- उग्रपंथी शरणार्थी दर्जे का कर रहे दुरुपयोग
भारत ने बुधवार को खालिस्तानी समर्थक तत्वों द्वारा ब्रिटेन में शरण लेने की स्थिति पर चिंता जताई जिससे भारत में आतंकवादी गतिविधियों को सहायता और बढ़ावा मिलता है। भारत कहा कि ब्रिटेन में इस शरण की सुविधा का दुरूपयोग किया जा रहा है। Photo- ANI

नई दिल्ली, एएनआई। भारत ने खालिस्तान समर्थक तत्वों को ब्रिटेन में मिले शरणार्थी दर्जे पर चिंता जताई है। भारत ने कहा है कि ये तत्व अपने शरणार्थी दर्जे का दुरुपयोग कर चंदा जुटा रहे हैं और भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। वे अन्य देशों में चल रही भारत विरोधी गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता भी दे रहे हैं।
खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
भारत ने खालिस्तान समर्थक तत्वों से कड़ाई से निपटने में ब्रिटेन से सहयोग करने का अनुरोध किया है। भारत ने ब्रिटेन से यह भी अनुरोध किया है कि उसकी सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियां खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखें और ऐसे कदम उठाएं जिनसे ये उग्रपंथी तत्व कोई हिंसात्मक कदम न उठा सकें। भारत ने ब्रिटेन से यह अपेक्षा बुधवार को नई दिल्ली में पांचवीं भारत-ब्रिटेन गृह मामलों की वार्ता में कही है।
भारत-ब्रिटेन गृह मामलों की वार्ता के दौरान उठा मुद्दा
दोनों देशों की वार्ता में मार्च में लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा में ढिलाई का मसला भी उठा। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि वहां पर्याप्त सुरक्षा होती तो उपद्रवियों को भारतीय उच्चायोग पर हमले का मौका नहीं मिलता और भारत के राष्ट्रध्वज का अपमान नहीं होता। वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने किया जबकि ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के गृह मामलों के स्थायी सचिव सर मैथ्यू रीक्राफ्ट कर रहे थे।
दोनों देशों के बीच कई बिंदुओं पर चर्चा
वार्ता में दोनों देशों के बीच विभिन्न मसलों पर जारी सहयोग की प्रगति की समीक्षा की गई। दोनों देशों ने सहयोग का दायरा बढ़ाने पर भी सहमति जताई। यह सहयोग आतंकवाद की रोकथाम, साइबर सिक्युरिटी, नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने, अवैध आवागमन रोकने, अपराधियों के प्रत्यर्पण और भारत विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए बढ़ाया जाएगा।
द्विपक्षीय सहयोग पर दोनों पक्षों की सहमति
इसी के तहत खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियों पर भी रोक लगाई जाएगी। बैठक के अंत में दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग और उसकी प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। सहयोग के विकास की गति बनाए रखने पर भी सहमति जताई।
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