'अमेरिका के दबाव में आकर कृषि और डेयरी सेक्टर को नहीं खोलेगा भारत', FTA को लेकर पीयूष गोयल की दो टूक
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दोहराया कि एफटीए में भारत के हितों का संरक्षण प्राथमिकता है। अमेरिका के साथ अंतरिम एफटीए में देरी हो रही है क्योंकि भारत कृषि और डेयरी सेक्टर को खोलने के लिए तैयार नहीं है। गोयल ने कश्मीर के सेब व्यापारियों को आयात मूल्य में बढ़ोतरी का आश्वासन दिया और हैंडीक्राफ्ट्स उत्पादों पर जीएसटी कम करने का वादा किया।

जागरण ब्यूरो, श्रीनगर। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक बार फिर से यह दोहराया कि जिस किसी देश के साथ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) होगा, उसमें भारत के हितों का संरक्षण किया जाएगा। भारत के हितों का संरक्षण हमारी प्राथमिकता है। हर राज्य के हित को ध्यान में रखते हुए ही एफटीए किए जाएंगे। हम मेक इन इंडिया और मेक फार वर्ल्ड को प्रोत्साहित करना चाहते हैं।
इन दिनों अमेरिका के साथ भारत का अंतरिम एफटीए अपने अंतिम चरण में है, लेकिन अब ऐसा लगने लगा है कि अमेरिका के दबाव में भारत अपने कृषि और डेयरी सेक्टर को नहीं खोलने वाला है और इन वजहों से ही दोनों देशों के एफटीए की घोषणा में देर हो रही है।
हालांकि अब यह भी माना जा रहा है कि अगर आठ जुलाई से पहले अमेरिका के साथ अंतरिम एफटीए नहीं हुआ तो सोमवार या मंगलवार तक अमेरिका भारत पर आगामी एक अगस्त से लगने वाले पारस्परिक शुल्क को लेकर खुलासा कर देगा। अमेरिका के साथ जारी एफटीए वार्ता के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल भी अब भारत लौट आए हैं।
सेब के आयात शुल्क में बढ़ोतरी पर विचार
रविवार को श्रीनगर में व्यापारियों की तरफ से आयोजित सम्मेलन में गोयल ने जम्मू-कश्मीर के सेब कारोबारियों को सेब के आयात मूल्य में बढ़ोतरी करने का भी आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर के सेब व्यापारियों को भी घरेलू ग्राहकों के लिए मूल्यों का ध्यान रखना चाहिए। उन्हें भी अपनी कीमत ऐसी रखनी चाहिए ताकि देशवासी सेब खा सके।
अभी भारत सालाना चार-पांच लाख टन सेब का आयात करता है। सेब पर 50 प्रतिशत का शुल्क लगता है और सभी प्रकार के शुल्कों को मिलाकर आयातित सेब की कीमत 150 रुपए प्रति किलोग्राम तक होती है। कश्मीरी व्यापारियों की तरफ से सेब के आयात मूल्य में बढ़ोतरी की मांग पर गोयल ने कहा कि वे इस विषय में कृषि मंत्रालय से बातचीत करेंगे।
आयात में मूल्य में बढ़ोतरी पर विचार का आश्वासन गोयल उस समय दे रहे हैं जब अमेरिका अपने कृषि पदार्थों के लिए शुल्क में कमी को लेकर भारत पर दबाव बना रहा है। गोयल ने कहा कि वह हैंडीक्राफ्ट्स उत्पादों पर लगने वाले 12 प्रतिशत जीएसटी को पांच प्रतिशत करने की गुजारिश वित्त मंत्रालय से करेंगे क्योंकि हैंडीक्राफ्ट्स रोजगारपरक सेक्टर है और इससे छोटे-छोटे उद्यमी बड़ी संख्या में जुड़े हुए हैं।
पहलगाम में आतंकी हमला कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर हमला
वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जम्मू-कश्मीर के व्यापारियों के संबोधन में कहा कि गत अप्रैल माह में पहलगाम में किया गया आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर हमला था। जम्मू-कश्मीर की लगातार हो रही आर्थिक तरक्की से पड़ोसी देश जल रहा है।
जम्मू-कश्मीर की आवाम ने जिस प्रकार से इस आतंकी हमले का विरोध किया और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एकजुटता दिखाई, उससे पड़ोसी देश के हौसले पस्त हो गए। जिस प्रकार से वर्ष 2026 तक भारत नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा, वैसे ही देश आतंकवाद से भी मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अब कश्मीर फिर से सामान्य हो चला है और बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आने लगे हैं। गोयल ने खुद भी रविवार को श्रीनगर स्थित डल झील में शिकारा की सवारी का आनंद लिया।
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