ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुधर जाएगा पाकिस्तान? भारतीय सेना ने बताया सीजफायर को लेकर पड़ोसी मुल्क से क्या हुई बात
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर भारतीय सेना ने जानकारी दी है कि डीजीएमओ स्तर की बातचीत के बाद सैन्य तनाव को कम करने पर सहमति बनी है। यह सहमति कई दिनों की बातचीत के बाद बनी। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दावों के बीच पाकिस्तान के परमाणु संयंत्र से कोई रेडिएशन लीक नहीं हुआ है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर भारतीय सेना ने अहम जानकारी दी है। सेना ने बताया कि दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच बनी सहमति के अनुसार, सैन्य तनाव को कम करने के लिए विश्वास-निर्माण उपायों को जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
दोनों देशों के बीच चार दिनों तक सैन्य तनाव की स्थिति बनी थी। 10 मई में दोनों देशों के बीच DGMO स्तर की बातचीत में 12 मई तक सीजफायर पर सहमति बनी थी। इसके बाद 12 मई को जो बात हुई उससे 14 मई तक सीजफायर पर सहमति बनी थी। वहीं, 14 मई को जो बात हुई उसमें 18 मई तक सीजफायर पर सहमति बनी।
पाकिस्तान के किसी भी परमाणु संयंत्र से कोई रेडिएशन लीक नहीं हुआ : आइएईए
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) ने कहा है कि भारत के साथ हालिया सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तान के किसी भी परमाणु संयंत्र से कोई रेडिएशन लीक या विकरण रिसाव नहीं हुआ है। आइएईए का बयान इंटरनेट मीडिया पर किए जा रहे इन दावों के बीच आया है , जिसमें कहा जा रहा है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के परमाणु संयंत्रों पर हमला किया था।
आइएईए प्रवक्ता ने बताया, आइएईए के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के किसी परमाणु संयंत्र से कोई विकिरण रिसाव नहीं हुआ है।
इससे पहले एयर मार्शल एके भारती ने सरगोधा के करीब किराना हिल्स में पाकिस्तान के परमाणु कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर निशाना साधने की बात से इन्कार करते हुए कहा था, हमने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी परमाणु युद्ध की अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि भारत की सैन्य कार्रवाई में केवल पारंपरिक हथियारों का उपयोग किया गया था।
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