Air New Zealand CEO: एअर न्यूजीलैंड की कमान संभालेंगे भारतीय मूल के निखिल रविशंकर
भारतीय मूल के निखिल रविशंकर लगभग पांच साल तक एअर न्यूजीलैंड से जुड़े रहने के बाद इस साल अक्टूबर से कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) का पदभार संभालने वाले हैं। संयोग से एअर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक (एमडी) कैम्पबेल विल्सन न्यूजीलैंड से हैं। रविशंकर ने बयान में कहा कि एअर न्यूजीलैंड का नेतृत्व करने का यह अवसर पाकर मैं रोमांचित हूं

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय मूल के निखिल रविशंकर लगभग पांच साल तक एअर न्यूजीलैंड से जुड़े रहने के बाद इस साल अक्टूबर से कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) का पदभार संभालने वाले हैं। संयोग से, एअर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक (एमडी) कैम्पबेल विल्सन न्यूजीलैंड से हैं।
अक्टूबर में सीईओ का पदभार ग्रहण करेंगे निखिल
एअर न्यूजीलैंड ने बुधवार को बयान में कहा कि इस समय एयरलाइन के मुख्य डिजिटल अधिकारी, निखिल 20 अक्टूबर, 2025 को आधिकारिक तौर पर सीईओ का पदभार ग्रहण करेंगे। एअर न्यूजीलैंड में लगभग पांच वर्षों के कार्यकाल में निखिल ने विमानन क्षेत्र और एयरलाइन की गहरी समझ हासिल की है।
पहले यहां करते थे काम
उन्होंने एयरलाइन की तकनीकी रीढ़, लॉयल्टी प्रोग्राम और ग्राहक प्रस्ताव में भी महत्वपूर्ण प्रगति का नेतृत्व किया है। इस कंपनी में शामिल होने से पहले, रविशंकर वेक्टर में मुख्य डिजिटल अधिकारी और एक्सेंचर के प्रबंध निदेशक थे।
उन्होंने बयान में कहा कि एअर न्यूजीलैंड का नेतृत्व करने का यह अवसर पाकर मैं रोमांचित हूं… एयरलाइंस जटिल होती हैं, और सुरक्षा हमारे हर निर्णय का आधार होती है।
प्रतिदिन 400 से ज्यादा उड़ानें संचालित करती है एअर न्यूजीलैंड
एअर न्यूजीलैंड 49 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए प्रतिदिन 400 से ज्यादा उड़ानें संचालित करती है। इसकी वेबसाइट के अनुसार, इसके बेड़े में 100 से ज्यादा विमान हैं, जिनमें बोइंग 777, 787, एयरबस 320, एटीआर और क्यू300 शामिल हैं।
इस बीच, एअर न्यूजीलैंड और एअर इंडिया ने इस वर्ष मार्च में घोषणा की थी कि वे 2028 के अंत तक दोनों देशों के बीच सीधी सेवा शुरू करने की संभावना तलाशेंगे, जो नए विमानों की आपूर्ति और संबंधित सरकारी नियामकों से अनुमोदन के अधीन होगा।
भारत कर चुका है समझौता
दोनों एयरलाइन कंपनियों ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए है। दोनों एयरलाइन कंपनियों के बीच भारत, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच 16 मार्गों पर एक नई कोडशेयर साझेदारी होगी।
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