ऑपरेशन सिंदूर: 70 देशों के सामने बेनकाब हुआ पाकिस्तान, भारत ने ऐसे खोली दुष्प्रचार की पोल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान पर सैन्य और राजनयिक दबाव बढ़ाया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सुरक्षा की समीक्षा की। भारतीय सेना सतर्क निगरानी कर रही है जबकि 70 देशों के राजनयिकों को ऑपरेशन का ब्यौरा देकर पाकिस्तान के दुष्प्रचार का पर्दाफाश किया गया। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत भारत ने सटीक हमलों से नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर की सैन्य कार्रवाई के बाद लागू सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान पर दबाव बनाए रखने के लिए भारत सीमा पर पूरी सतर्कता के साथ ही राजनयिक मोर्चे पर भी आक्रामक रणनीति अपना रहा है। इस रणनीति के तहत ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ तथा तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एलओसी और पाकिस्तान से लगी संपूर्ण पश्चिमी सीमाओं की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
पाकिस्तान के दुष्प्रचार का पर्दाफाश
इस समीक्षा बैठक में रक्षा सचिव और उप नौसेना प्रमुख भी मौजूद थे। सीजफायर लागू होने के बाद भी भारतीय सेनाएं सीमा के अग्रिम मोर्चों पर बेहद सजग होकर सख्त निगरानी कर रही हैं। जबकि कूटनीतिक मोर्चे पर भारत की सैन्य कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान के दुष्प्रचार का पर्दाफाश करने के लिए भारतीय सेना ने 70 देशों के राजनयिकों को ऑपरेशन सिंदूर का ब्यौरा दिया।
देशों की सरकारों को सही तस्वीर से रूबरू
इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को सटीक मिसाइल हमलों से ध्वस्त करने के सबूतों के साथ इस्लामाबाद के आतंकवाद प्रेम की पोल खोली गई। ऑपरेशन सिंदूर पर दुनिया के तमाम देशों की सरकारों को सही तस्वीर से रूबरू कराना इसलिए भी जरूरी माना जा रहा क्योंकि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को एक कदम और आगे बढ़ाते हुए भारत ने साफ कह दिया है कि अब कोई भी आतंकी हमला एक्ट आफ वार माना जाएगा।
पाकिस्तान के दुष्प्रचार की खुली पोल
भारत स्थित 70 प्रमुख देशों के दूतावास में तैनात डिफेंस अटैची को भारतीय सेना ने विशेष ब्रीफिंग के लिए बुलाकर पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागिरकों की बर्बरतापूर्ण हत्या के बाद पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई को इस नीति का हिस्सा बताया गया। दुनिया के इन देशों को ऑपरेशन सिंदूर की सही तस्वीर दिखाना इसलिए भी जरूरी था कि पाकिस्तान पश्चिमी मीडिया में भारत के खिलाफ अपने जवाबी सैन्य हमलों को लेकर कई दुष्प्रचार कर अपना नैरेटिव बनाने की कोशिश कर रहा है।
भारत और पाकिस्तान संबंधों में नए मानदंड की लकीर
रक्षा खुफिया एजेंसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा ने मानकेशा सेंटर में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन की राजनयिकों को पूरी जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि कई प्रमुख देशों के रक्षा अधिकारियों ने ब्रीफिंग में हिस्सा लिया जो कई अंतरराष्ट्रीय समूहों का हिस्सा हैं। इसमें स्वीडन, नेपाल, फिलीपींस, मिस्त्र व अन्य देशों के साथ कुछ प्रमुख इस्लामी देशों के डिफेंस अटैची भी ब्रीफिंग में मौजूद थे। राजनयिकों को यह बताया गया है कि इस आपरेशन ने भारत और पाकिस्तान संबंधों में नए मानदंड की लकीर खींच दी है।
लक्ष्यों के चयन के लिए बनाई गई योजना
साथ ही यह भी संदेश दिया गया कि भारत नए युग के युद्ध में पाकिस्तान की तुलना में सैन्य श्रेष्ठता के लिहाज से ही नहीं फायर पवार की दृष्टि से भी कहीं आगे है।आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत के राष्ट्रीय संकल्प की दृढ़ता भी स्पष्ट कर दी गई। सेना के अनुसार रक्षा खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने सभी नौ चिन्हित ध्वस्त किए गए आतंकी संबंधों वाले लक्ष्यों के चयन के लिए बनाई गई योजना और प्रक्रिया का भी इस दौरान विस्तार से ब्यौरा दिया।
ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान पस्त
इसमें बताया गया कि भारतीय सेनाओं ने नागरिक तथा सैन्य प्रतिष्ठानों को बिना नुकसान पहुंचाए बेहद सटीक और त्वरित कार्रवाई कर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर 100 से ज्यादा आतंकियों को कैसे मार गिराया। डिफेंस अटैची को इस तथ्य से भी रूबरू कराया गया कि परंपरागत युद्ध प्रणाली ही नहीं नए आधुनिक हाईटेक हथियारों के संयुक्त एकीकरण के जरिए भारतीय सेनाओं ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान को पस्त किया।
विदेशी मीडिया में पाकिस्तान के दावों की पोल खुली
अंतरिक्ष, साइबर और इलेक्ट्रॉनिक वार फेयर के विशिष्ट डोमेन में पाकिस्तानी सेना के मुकाबले भारतीय सेनाओं के कहीं ज्यादा आगे होने का पहलू भी साझा किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेशी मीडिया में पाकिस्तान के दावों की पोल खोलते हुए रक्षा खुफिया एजेंसी के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा ने आतंकियों के समर्थन में उतरकर भारत के खिलाफ पाकिस्तानी सेना के हमलों का जवाब देने के लिए की गई सैन्य कार्रवाईयों का तस्वीरों सहित ब्यौरा दिया। इसमें लाहौर से कराची तक पाकिस्तान के 11 एयरफोर्स बेस तथा कुछ अन्य सैन्य ठिकानों पर किए गए हमलों में उसे पहुंची क्षति की कुछ तस्वीरें भी दिखाई गई।
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