Move to Jagran APP

भारत का पहला Garbage Cafe, एक किलो प्लास्टिक कचरे के बदले मिलेगा खाना

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर नगर निगम ने एक नई पहल की है। यहां एक किलो प्लॉस्टिक कचरे के बदले नागरिकों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 11:20 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jul 2019 11:34 AM (IST)
भारत का पहला Garbage Cafe, एक किलो प्लास्टिक कचरे के बदले मिलेगा खाना
भारत का पहला Garbage Cafe, एक किलो प्लास्टिक कचरे के बदले मिलेगा खाना

रायपुर, एजेंसी। प्लास्टिक से वातावरण को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ में एक नई पहल की गई है। छत्तीसगढ़ की अंबिकापुर नगर निगम (AMC) ने प्लास्टिक कचरे के बदले नागरिकों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए गारबेज कैफे (garbage cafe) खोलने जा रही है। यहां प्लास्टिक के बदले भरपेट खाना दिया जाएगा। मेयर अजय तिर्की ने कहा कि हम उन लोगों को भोजन देंगे जो हमें 1 किलों प्लास्टिक लाकर देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से शहर को साफ रखने में मदद मिलेगी।

loksabha election banner

सड़क निर्माण के लिए इस्तेमाल होगी प्लास्टिक
इसकी खास बात यह है कि इस प्लास्टिक को सड़क निर्माण के काम में इस्तेमाल किया जाएगा। कैफे को अंबिकापुर शहर के मुख्य बस अड्डे से संचालित किया जाएगा। इस पहल के तहत एक किलो प्लास्टिक कचरा लाने वाले लोगों को पूरा भोजन कराया जाएगा। 

500 ग्राम कचरे के बदले मिलेगा नाश्ता
वहीं जो लोग 500 ग्राम कचरा लेकर आएंगे उन्हें नाश्ता दिया जाएगा।अंबिकापुर को इंदौर के बाद देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। इस कैफे में इकट्ठा होने वाले प्लास्टिक को सड़क बनाने के काम में लगाया जाएगा। इससे पहले भी शहर में प्लास्टिक के टुकड़ों और डामर से सड़क बनाई गई है। 

बता दें बजट में इस गार्बेज कैफे के लिए 5 लाख रूपये दिए गए हैं। इसके तहत नगर निगम गरीब और बेघर लोगों को मुफ्त में खाना खिलाएगी। साथ ही यह भी योजना है कि गरीब और बेघर लोगों को मुफ्त शरण दी जाएगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.