37 एयरपोर्ट, 34 बंदरगाहों और 37 अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थलों से आवगमन कर सकेंगे विदेशी, क्या है केंद्र का प्लान?
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के प्रवेश और निकास के लिए 37 हवाई अड्डों 34 समुद्री और नदी बंदरगाहों और 37 अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थलों को आव्रजन चौकियों के रूप में घोषित किया है। भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित छह रेलवे स्टेशनों को भी आव्रजन चौकियों के रूप में निर्दिष्ट किया गया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के प्रवेश और निकास के लिए 37 हवाई अड्डों, 34 समुद्री और नदी बंदरगाहों और 37 अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थलों को इमिग्रेशन पोस्ट (आव्रजन चौकियों) के रूप में घोषित किया है। यानी यहां से अंतरराष्ट्रीय यात्री आवागमन कर सकेंगे।
गृह मंत्रालय ने भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित छह रेलवे स्टेशनों को भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के प्रवेश और निकास के लिए आव्रजन चौकियों के रूप में निर्दिष्ट किया है। आव्रजन और विदेशी आदेश, 2025 को एक सितंबर को अधिसूचित किए जाने के बाद यह घोषणा गृह मंत्रालय द्वारा एक अधिसूचना के माध्यम से की गई है।
हवाई अड्डे जहां से विदेशी आ-जा सकेंगे
दिल्ली, अहमदाबाद, लखनऊ, अमृतसर, वाराणसी, बागडोगरा, बेंगलुरु, भुवनेश्वर, राजा भोज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भोपाल, कालीकट (केरल), चंडीगढ़, चेन्नई, कोचिन, कोयंबटूर, डाबोलिम (गोवा), गया (बिहार), गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, जयपुर, कोलकाता, कन्नूर (केरल), मदुरै (तमिलनाडु), मंगलोर, मुंबई, मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मोपा (गोवा), नागपुर, पटना, पोर्ट ब्लेयर, पुणे, श्रीनगर, सूरत, त्रिची (तमिलनाडु), तिरुअनंतपुरम, तिरूपति, विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश)।
इन बंदरगाहों से कर सकेंगे प्रवेश-निकास
अलंग (गुजरात), अगाती और मिनिकाय द्वीप (लक्षद्वीप), बेदी बंदर (जामनगर, गुजरात), भावनगर (गुजरात), कालीकट (केरल), चेन्नई, कोचिन, कुड्डालोर (चेन्नई), धामरा (ओडिशा), काकीनाडा (आंध्र प्रदेश), कोलकाता, कांडला (गुजरात), कृष्णापट्टनम (आंध्र प्रदेश), कट्टुपल्ली (तमिलनाडु), करीमगंज (असम), कामराजार (तमिलनाडु), कोल्लम (केरल), मांडवी (गुजरात), मोरमगोआ हार्बर (गोवा), मुंद्रा (गुजरात), मुंबई, न्यू मंगलोर, नागपट्टिनम (तमिलनाडु), न्हावा शेवा (महाराष्ट्र), पारादीप (ओडिशा), पोरबंदर, पोर्ट ब्लेयर, सिलघाट (असम), तूतीकोरिन (तमिलनाडु), विशाखापत्तनम, वल्लारपदम, विझिंजम (दोनों केरल), धुबरी, और पांडु (दोनों असम)
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित इन लैंडपोर्ट पर इमिग्रेशन प्वाइंट
अटारी रोड, डेरा बाबा नानक (दोनों पंजाब), बनबसा (उत्तराखंड), चांगराबांधा, घोजाडांगा, हरिदासपुर, हिली, जयगांव, लालगोलाघाट, महदीपुर, फुलबारी, राधिकापुर, रानीगंज, गेडे (सभी बंगाल), डालू, डावकी (दोनों मेघालय), डारंग, करीमगंज, मनकाचर, सुतारकांडी (सभी असम), अगरतला, धलाईघाट, खोवाल, मुहुरिघाट, रग्ना, कैलाशहर, सबरूम, श्रीमंतपुर (सभी त्रिपुरा), गौरीफंटा, रुपईडीहा, सनौली (सभी उत्तर प्रदेश), जोगबनी, रक्सौल (दोनों बिहार), मोरेह (मणिपुर), सबरूम (दक्षिण त्रिपुरा), कावरपुइचुआ, ज़ोरिनपुई, ज़ोखावथर (सभी मिजोरम)।
इन रेलवे स्टेशनों से भी भारत आ-जा सकेंगे विदेशी नागरिक
मुनाबाव (राजस्थान), अटारी (पंजाब), गेडे रेल और रोड चेक पोस्ट, पेट्रापोल/चितपुर, हरिदासपुर और न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन (सभी बंगाल)।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।