भारत और ब्रिटेन में व्यापार समझौते पर फिर से वार्ता शुरू, छात्रों और प्रोफेशनल्स को मिलेगा लाभ
India Britain FTA भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते को लेकर फिर से वार्ता शुरू हो गई है। एफटीए से ब्रिटेन पढ़ाई करने जाने वाले छात्रों को अधिक समय के वर्क परमिट मिलने की संभावना के साथ भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए भी ब्रिटेन में कारोबार करना आसान हो सकता है। एफटीए वार्ता में वस्तुओं के कारोबार के साथ सर्विस सेक्टर व निवेश को भी शामिल किया गया है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लगभग एक साल के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर फिर से वार्ता शुरू हो गई। सोमवार को भारत के वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल एवं ब्रिटेन के कारोबार एवं व्यापार मंत्री जानथन रेनोल्ड्स ने संयुक्त रूप से व्यापार वार्ता के आरंभ होने की जानकारी दी।
भारतीय छात्रों को परमिट लाभ मिलने की संभावना
एफटीए से ब्रिटेन पढ़ाई करने जाने वाले भारतीय छात्रों को अधिक समय के वर्क परमिट मिलने की संभावना के साथ भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए भी ब्रिटेन में कारोबार करना आसान हो सकता है। एफटीए वार्ता में वस्तुओं के कारोबार के साथ सर्विस सेक्टर व निवेश को भी शामिल किया गया है।
कुछ समय से थम गई थी एफटीए वार्ता
वर्ष 2022 के जनवरी माह में दोनों देशों के बीच एफटीए को लेकर वार्ता शुरू हुई थी और पिछले साल मार्च तक एफटीए पर 14 चरण की बातचीत पूरी हो चुकी थी। लेकिन पहले ब्रिटेन में नई सरकार के गठन और फिर भारत में लोक सभा चुनाव की वजह से एफटीए वार्ता थम गई थी।
ब्रिटेन के लिए कृषि बाजार नहीं खोला जाएगा
दोनों ही देशों के मंत्रियों ने यह साफ किया कि एफटीए के दौरान बिजनेस वीजा के मुद्दे पर तो बातचीत होगी, लेकिन आव्रजन के मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं होगी। वार्ता में दोनों देशों से जुड़े संवेदनशील मुद्दे को भी शामिल नहीं करने का फैसला किया गया है। इसलिए माना जा रहा है कि ब्रिटेन के लिए भारत का कृषि बाजार नहीं खोला जाएगा।
इस मौके पर गोयल ने कहा भारत के साथ एफटीए के बाद आस्ट्रेलिया पढ़ने जाने वाले भारतीय छात्रों को उनकी डिग्री के हिसाब से चार साल तक तक का वर्क परमिट मिलता है। उन्होंने कहा कि भारत ब्रिटेन के साथ भी ऐसी ही उम्मीद रखता है।
प्रोफेशनल्स को ब्रिटेन में सेवाएं देने का मिलेगा मौका
इसके अलावा वित्त, बैंकिंग, स्वास्थ्य जैसे कई अन्य व्यवसाय से जुड़े प्रोफेशनल्स को भी ब्रिटेन में सेवाएं देने का मौका मिल सकता है। हालांकि यह एकतरफा नहीं होगा। ब्रिटेन के प्रोफेशनल्स के लिए भी भारत को अपना दरवाजा खोलना होगा।
10 सालों में व्यापार तीन गुना बढ़ेगा
गोयल ने कहा कि अभी दोनों देशों के बीच वस्तुओं का व्यापार 20 अरब डॉलर का है और हमें उम्मीद है कि एफटीए की मदद से अगले 10 सालों में यह व्यापार तीन गुना अधिक हो जाएगा। एफटीए पर वार्ता पूरी होने को लेकर दोनों देशों के बीच कोई समय सीमा तय नहीं की गई है।
गोयल ने कहा कि हम तेजी से वार्ता करेंगे, लेकिन इसे पूरा करने के लिए हम कोई जल्दबाजी नहीं करेंगे।
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