Kudankulam Plant पर हुई साइबर अटैक की घटना पर भारत ने रूस को जानकारी दी
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश में बिजली पैदा करने वाले परमाणु रिएक्टरों को संचालित करने वाली सरकारी कंपनी भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआइएल) के सिस्टम को पिछले महीने हैक करने की कोशिश की गई थी। उसके एक कंप्यूटर में मालवेयर पाया गया था, लेकिन कंपनी ने कहा कि संयंत्र से जुड़ा उसका सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित है और उस मालवेयर का उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था। अब इसे लेकर एक वरिष्ठ रूसी राजनयिक ने कहा कि तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र(Kudankulam nuclear power plant) पर साइबर हमले की रिपोर्टों के बाद, भारतीय अधिकारियों ने रूस को बताया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है। रूसी दूतावास के उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने कहा कि न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने रूसी अधिकारियों को सूचित किया है कि संयंत्र (Plant) सुरक्षित है और इसकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, 'रूसी अधिकारी भारतीय एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं ताकि आगे भी किसी और हमले को रोका जा सके।'
BRICS
ब्राजील के शहर ब्रासीलिया में बुधवार से शुरू होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में, बाबुश्किन ने कहा कि आतंकवाद की चुनौती से निपटने की दिशा में हमारा फोकस रहेगा। बता दें कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन दुनिया की पांच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच डिजिटल अर्थव्यवस्था, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और आतंकवाद विरोधी तंत्र को लेकर सहयोग सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत बनाने पर केंद्रित होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील रवाना होने से पहले यह बात कही।
मोदी करेंगे शिनपिंग व पुतिन से मुलाकात
पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी शिनफिंग की मुलाकात बुधवार को ब्राजील की राजधानी ब्राजीलिया में होगी। पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी शिनफिंग ब्रिक्स देशों के शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए ब्राजीलिया पहुंच चुके हैं। शिनफिंग के अलावा पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से भी बैठक करेंगे और द्विपक्षीय मुद्दों की समीक्षा करेंगे। पुतिन व मोदी के बीच यह दो महीने बाद होने वाली मुलाकात है। ब्रिक्स बैठक में मोदी की तरफ से सीमा पार आतंक का मुद्दा जोर शोर से उठाये जाने की उम्मीद है। वैसे इस बार ब्रिक्स के पांचों देशों के बीच निवेश और कारोबार को लेकर एक अहम समझौता भी होने वाला है।