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    Anti Drone Technology: अब हमारी सीमा में नहीं घुस सकेंगे पाकिस्‍तानी ड्रोन, भारत ने एक साथ तैयार की तीन एंटी ड्रोन तकनीक

    Updated: Tue, 02 Jan 2024 06:47 PM (IST)

    सीमा पार से ड्रोन भेजने की पाकिस्तान की नापाक हरकत पर जल्द ही विराम लग जाएगा। भारतीय क्षेत्रों में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए पाकिस्त ...और पढ़ें

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    अगले छह महीने में पूरी तरह से रूक जाएगी ड्रोन से हथियारों और ड्रग की तस्करी। (फाइल फोटो)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान से सटी सीमा और खासकर जम्मू-कश्मीर व पंजाब में ड्रोन के मार्फत हथियारों और ड्रग्स की तस्करी की समस्या से अगले छह महीने में पूरी तरह निजात मिल जाएगी। भारत ने एक साथ तीन एंटी ड्रोन तकनीक विकसित कर ली है, जिनका ट्रायल अंतिम चरम चरण में है।

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    पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित

    पूरी तरह से स्वदेशी ये तकनीक किसी भी तरह के ड्रोन को रोकने में सक्षम हैं। इन तीनों एंटी ड्रोन तकनीक को एक साथ मिलाकर या फिर अलग-अलग पाकिस्तान से सटी पूरी सीमा पर तैनात किया जाएगा। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समुद्री और सड़क के रास्ते ‌ड्रग्स और हथियारों की तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगने के बाद पाकिस्तान के ड्रोन के मार्फत बड़ी मात्रा में इसकी तस्करी शुरू कर दी गई थी।

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    एक साल में 100 से अधिक ड्रोन को मार गिराया

    ड्रोन के सहारे तस्करी की समस्या को इस बात से समझा जा सकता है कि अकेले साल 2023 पंजाब बॉर्डर बीएसएफ और स्थानीय पुलिस ने लगभग 100 ड्रोन को मार गिराया है और उनसे मार्फत भेजे गए हथियारों और ड्रग की जब्त किया है। बड़े ड्रोनों की पहचान के बाद आईएसआई समर्थित आतंकी व तस्कर छोटे ड्रोन के सहारे तस्करी को अंजाम दे रहे थे, लेकिन अभी तक इस समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं था।

    वैसे सुरक्षा कारणों से एजेंसियां नई तकनीक और उस विकसित करने वाली संस्थाओं के बारे में जानकारी नहीं दे रही हैं। लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ट्रायल में तीनों ही तकनीक पूरी तरह से साबित हो रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ये तकनीक पूरी तरह से स्वदेशी हैं। उन्होंने दावा किया कि अगले छह महीने में इन्हें सीमा पर तैनात कर दिया जाएगा। बाद में जरूरत के मुताबिक इन तकनीक में सुधार कर इन्हें और बेहतर भी बनाया जा सकता है।

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