भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूती देने के लिए वाशिंगटन में हैं डोभाल
ओबामा प्रशासन के साथ पिछले कुछ वर्षों से जिस तरह का संबंध रहा है उसके बाद अब भारत ट्रंप प्रशासन के साथ दोनों देशों के बीच के मुद्दों पर तेजी काम करना चाहता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल इस हफ्ते से शुरू हुए वाशिंगटन दौरे में भारत और ट्रंप प्रशासन दोनों देशों के बीच पहले से चले आ रहे रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और मजबूती देने के लिए अपने दृष्टिकोष, चिंताएं और हितों को साझा कर रहे हैं।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र के मुताबिक, अजीत डोभाल ने अमेरिका के सुरक्षा मामलों के शीर्ष स्तरीय नेतृत्व से कई साकारात्मक वार्ता की है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण था अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिज के साथ बैठक। जेम्स मैटिज ही ट्रंप प्रशासन की वह महत्वपूर्ण राजनीतिक शख्सियत हैं जिनके साथ अभी तक कोई उच्च स्तरीय वार्ता भारतीय अधिकारियों के साथ नहीं हुई थी और भारत यह चाहता था कि यह बैठक जेम्स मैटिज के साथ पहले ही हो जानी चाहिए थी।
भारत और अमेरिका के संबंधों के बीच रक्षा और सुरक्षा एक मजबूत स्तंभ है, जहां हथियारों की खरीद-बिक्री से लेकर हिंद महासागर क्षेत्र और दक्षिण-मध्य एशिया तक दोनों देश अपने सामरिक दृष्टिकोण को एक दूसरे के साथ साझा करते हैं। पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा, “दक्षिण एशिया में स्थायित्व को बढ़ाने के लिए भारत के प्रयास की मैटिज ने जोरदार तारीफ की थी। दोनों नेताओं ने हाल के वर्षों में रक्षा सहयोग के क्षेत्र में हुई महत्वपूर्ण प्रगति को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।”
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श्रृंखलाबद्ध बैठक को अधिकारी पहले से जारी कूटनीतिक वार्ता का एक सामान्य हिस्सा मान रहे हैं। ओबामा प्रशासन के साथ पिछले कुछ वर्षों से जिस तरह का संबंध रहा है उसके बाद अब भारत ट्रंप प्रशासन के साथ दोनों देशों के बीच के मुद्दों पर तेजी काम करना चाहता है। अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से बातचीत हुई है उससे लगता है कि रक्षा और सुरक्षा जैसे अहम मसलों पर दोनों देशों की स्थिति में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होनेवाला है।
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