Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    India China Relation: 'हमारे हितों की...' चीनी विदेश मंत्री वांग से बोले एस जयशंकर- 'हमारी चिंताओं का समाधान...'

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 07:05 PM (IST)

    India China relations भारत और चीन के बीच हुई प्रतिनिधि स्तर की वार्ता में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच स्थिर सहयोगात्मक और दूरदर्शी संबंध बनाना हमारा लक्ष्य है जो दोनों देशों के हितों का समाधान करेगा। चीनी विदेश मंत्री ने सीमा पर तनाव कम करने की बात कही।

    Hero Image
    भारत-चीन के बीच प्रतिनिधि स्तर की वार्ता हुई।(फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  भारत और चीन के बीच सोमवार को प्रतिनिधि स्तर की वार्ता हुई। बातचीत के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि "आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई एक और प्रमुख प्राथमिकता है। मैं हमारे विचारों के आदान-प्रदान की प्रतीक्षा कर रहा हूं। कुल मिलाकर, हमारी उम्मीद है कि हमारी चर्चा भारत और चीन के बीच एक स्थिर, सहयोगात्मक और दूरदर्शी संबंध बनाने में योगदान देगी, जो हमारे हितों की पूर्ति करेगा और हमारी चिंताओं का समाधान करेगा।"

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चीन से दूरदर्शी संबंध बनाना हमारा लक्ष्य: एस जयशंकर

    एस जयशंकर ने आगे कहा, "आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई एक और प्रमुख प्राथमिकता है। मैं हमारे विचारों के आदान-प्रदान की प्रतीक्षा कर रहा हूं। कुल मिलाकर, हमारी उम्मीद है कि हमारी चर्चा भारत और चीन के बीच एक स्थिर, सहयोगात्मक और दूरदर्शी संबंध बनाने में योगदान देगी, जो हमारे हितों की पूर्ति करेगा और हमारी चिंताओं का समाधान करेगा।"

    एस जयशंकर ने कहा,"आप निश्चित रूप से कल हमारे विशेष प्रतिनिधि एनएसए अजीत डोभाल के साथ सीमा मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे संबंधों में किसी भी सकारात्मक गति का आधार सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त रूप से शांति और सौहार्द बनाए रखने की क्षमता है। यह भी आवश्यक है कि तनाव कम करने की प्रक्रिया आगे बढ़े।"

    चीनी विदेश मंत्री ने क्या कहा?

    दूसरी तरफ चीनी विदेश मंत्री ने बातचीत में कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि सीमा पर तनाव कम होता रहे। दोनों देशों ने कई चुनौतियां देखी हैं। हमारे रिश्ते बेहतर बन सकते हैं, लेकिन दोनों देशों को एक साथ आगे बढ़ना होगा।

    एक हफ्ते के बाद शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग भाग लेने के लिए पीए मोदी चीन जाएंगे। विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे। वांग यी 19 अगस्त को पीएम मोदी से भी मिलेंगे।

    यह भी पढ़ें- 'हम आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन...' एस जयशंकर से मुलाकात के बाद चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने सीमा विवाद पर भी रखी अपनी बात