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    रिनीवेबल एनेर्जी में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि, पांच लाख मेगावाट के पार पहुंची क्षमता

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 07:45 PM (IST)

    भारत ने बिजली उत्पादन में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। देश में नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता 5 लाख मेगावाट से अधिक हो गई है, जो कुल उत्पादन का 50% से ज्यादा है। भारत उन देशों में शामिल हो गया है जहाँ नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान पारंपरिक ऊर्जा से अधिक है। सरकार ने इस सफलता के लिए सभी संबंधित विभागों को बधाई दी है।

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    नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 5 लाख मेगावाट पार

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत ने बिजली क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कर ली है। पहली बार देश में नवीकरणीय ऊर्जा से पैदा होने वाली बिजली की स्थापित क्षमता पांच लाख मेगावाट को पार किया है और देश की कुल बिजली उत्पादन क्षमता में 50 फीसद से ज्यादा हिस्सेदारी पर्यावरण के अनुकूल माने जाने वाले रिनीवेबल सेक्टर की हो गई है।

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    इस तरह से भारत उन गिने चुने देशों में शामिल हो गया है जहां बिजली उत्पादन क्षमता में कोयला व इस तरह के दूसरे पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोतों से ज्यादा गैर-पारंपरिक नवीकरणी ऊर्जा स्त्रोतों जैसे सौर, पवन, बायोगैस आदि की हिस्सेदारी है। वस्तुत: केवल क्षमता कम बिजली मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक नवीकरणीय ऊर्जा (जलविद्युत, परमाणु आदि सब) की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 2.5609 लाख मेगावाट हो गई है जो कुल उत्पादन क्षमता का 51 फीसद से भी ज्यादा है।

    नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 5 लाख मेगावाट पार

    पारंपरिक जीवाश्म ईंधनों से तैयार बिजली उत्पादन संयंत्रों की क्षमता 2.448 लाख मेगावाट है। नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी 1.2733 लाख मेगावाट हो गई है जबकि पवन ऊर्जा की स्थापित क्षमता 53 हजार से भी ज्यादा है। यह जानकारी भी दी गई है कि वित्त वर्ष 2025-26 के पहले छह महीनों (अप्रैल-सितंबर 2025) में देश ने 28 गीगावाट गैर-जीवाश्म और 5.1 गीगावाट जीवाश्म ईंधन क्षमता जोड़ी, जो नवीकरणीय ऊर्जा की तेज बढ़ोतरी को बताता है।

    कुल उत्पादन में 50% से ज्यादा हिस्सेदारी

    यह रफ्तार आने वाले महीनों में और तेज होगी।सनद रहे कि 29 जुलाई, 2025 को भारत ने पहली बार देश में कुल बिजली उत्पादन में आधी से ज्यादा हिस्सेदारी नवीकरणीय स्त्रोतों से हासिल की थी। उस दिन देश की कुल 203 गीगावाट बिजली मांग का 51.5 फीसद हिस्सा नवीकरणीय स्त्रोतों से पूरा हुआ था। पर्यावरण सुरक्षा पर अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने वर्ष 2030 तक कुल बिजली उत्पादन क्षमता का 50 फीसद नवीकरणीय क्षेत्र से पूरा करने का लक्ष्य रखा है लेकिन भारत ने उसे पांच वर्ष पहले ही हासिल कर लिया है।

    बिजली मंत्रालय और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने सभी बिजली उत्पादक कंपनियों, ट्रांसमिशन यूटिलिटीज, सिस्टम ऑपरेटरों और राज्य एजेंसियों को इस ऐतिहासिक सफलता के लिए बधाई दी है और कहा है कि भारत अब न केवल ऊर्जा सुरक्षा बल्कि वैश्विक जलवायु नेतृत्व की दिशा में भी मजबूत कदम बढ़ा रहा है।