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इलाज के नाम पर बनवाए पास और निकाह कर ले आए बीवियां, जांच निकलीं कोरोना पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश के आगरा से मध्य प्रदेश के मुरैना आई महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के मामले में बड़ा पर्दाफाश हुआ है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 01:13 AM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 01:13 AM (IST)
इलाज के नाम पर बनवाए पास और निकाह कर ले आए बीवियां, जांच निकलीं कोरोना पॉजिटिव
इलाज के नाम पर बनवाए पास और निकाह कर ले आए बीवियां, जांच निकलीं कोरोना पॉजिटिव

मुरैना, राज्‍य ब्‍यूरो। उत्तर प्रदेश के आगरा से मध्य प्रदेश के मुरैना आई महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के मामले में बड़ा पर्दाफाश हुआ है। इस्लामपुरा के दो भाइयों ने बीमारी का बहाना बनाकर आगरा आने-जाने की दो दिन की अनुमति प्रशासन से ली थी। पहले दिन इस पास पर वे आगरा गए, जहां दोनों भाइयों का निकाह हुआ। दोनों अपनी पत्नियों के साथ मुरैना आ गए। अगले दिन उन्होंने यह पास गाड़ी वाले को दे दिया। वह इस गाड़ी से दो और व्यक्तियों को आगरा ले गया। इनमें से एक व्यक्ति अपनी पत्नी को लेकर मुरैना आ गया। जांच में पत्नी कोरोना पॉजिटिव निकली। इस गंभीर लापरवाही का पर्दाफाश होने पर पुलिस ने दोनों आरोपित भाइयों व कोरोना पॉजिटिव महिला के पति सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अब सभी को अस्पताल में भर्ती किया गया है।

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पुलिस की जांच में हुआ लापरवाही का पर्दाफाश

मुरैना के इस्लामपुरा गंदी पोखर निवासी शहजाद कुरैशी के पुत्र इमरान और शाहरूख का 23 अप्रैल को आगरा में मथुरा रोड पर निकाह होना था। दोनों ने एसडीएम से निकाह की बात को छिपाते हुए शाहरूख के इलाज के लिए आगरा ले जाने के लिए 23 और 24 अप्रैल की अनुमति ले ली। उन्होंने वाहन के ड्राइवर के नाम पर इमरान कुरैशी का नाम लिखाया। अनुमति मिलने के बाद सभी गंदी पोखर निवासी पवन राठौर की कार एमपी 06 सीए 9626 से 23 अप्रैल को आगरा गए और निकाह कर पत्नियों के साथ उसी दिन मुरैना वापस आ गए। दोनों भाइयों ने अनुमति पास पवन राठौर के पास ही रहने दिया।

पवन अगले दिन इसी कार से परिचित गोलू राठौर और आनंद राठौर को लेकर आगरा गया। तीनों रिश्तेदार हैं। आनंद की पत्नी आगरा के गोवर चौकी, ताजगंज में रुकी थी। पवन, गोलू और आनंद व उसकी पत्नी चारों उस कार से मुरैना लौट आए। लौटते समय ये लोग जांच के दौरान रोक लिए गए। बाहर से आने पर सभी के स्वास्थ्य की जांच करवाई गई।

महिला के संदिग्ध पाए जाने पर 27 अप्रैल को सभी को आइसोलेट कर दिया गया। 30 अप्रैल को महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। महिला के पॉजिटिव मिलने के बाद पुलिस की पड़ताल में इस लापरवाही का पर्दाफाश हुआ।

इस तरह उठे सवाल

-शहर से बाहर दिखाने के लिए डॉक्टर की अनुमति तभी मिल रही है जब जिला अस्पताल से डॉक्टर लिख कर दे। इस मामले में आगरा में मरीज को दिखाने के लिए पर्चा बनाने वाले डॉक्टर भी कार्रवाई के दायरे में हैं।

-मुरैना की अल्लाबेली चौकी सहित राजस्थान व उत्तर प्रदेश सीमा के चेकिंग प्वाइंट्स पर दो दिन में दो बार कार निकली, लेकिन चेकिंग प्वाइंट पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सही ढंग से जांच नहीं की। अनुमति से अधिक लोग कार में सफर करते रहे। 


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