Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    IIT In Tanzania: तंजानिया को मिला आईआईटी का तोहफा, अक्टूबर 2023 में खुलेगा पहला विदेशी कैंपस

    By AgencyEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Wed, 31 May 2023 11:18 PM (IST)

    आईआईटी तंजानिया में अपना पहला विदेशी कैंपस खोलने जा रहा है। अक्टूबर 2023 में तंजानिया के जांजीबार में आईआईटी का पहला कैंपस खुलेगा जिसमें 50 स्नातक छात्रों और 20 मास्टर छात्रों को प्रवेश मिलेगा। जांजीबार में आईआईटी मद्रास के नाम से नया आईआईटी कैंपस स्थापित किया जाएगा। Photo- ANI

    Hero Image
    तंजानिया में आईआईटी का पहला विदेशी परिसर खुलेगा।

    जांजीबार, एएनआई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) इस वर्ष के अंत तक तंजानिया को बड़ा गिफ्ट देने जा रहा है। आईआईटी तंजानिया में अपना पहला विदेशी कैंपस खोलने जा रहा है। अक्टूबर 2023 में तंजानिया के जांजीबार में आईआईटी का पहला कैंपस खुलेगा, जिसमें 50 स्नातक छात्रों और 20 मास्टर छात्रों को प्रवेश मिलेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तंजानिया में आईआईटी का पहला परिसर खुलेगा

    जांजीबार में आईआईटी मद्रास के नाम से नया आईआईटी कैंपस स्थापित किया जाएगा। आईआईटी भारत के बाहर तीन कैंपस स्थापित करने वाला है, जिसमें जांजीबार के अलावा अबू धाबी और कुआलालंपुर शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, इनमें से प्रत्येक परिसर को अपने संबंधित क्षेत्र के लिए तैयार किया गया है।

    तंजानिया में आईआईटी परिसर खुलने का इंतजार खत्म

    बता दें कि तंजानिया की सरकार आईआईटी के इस फैसले का काफी बेसब्री से इंतजार कर रही थी। यही वजह है कि आईआईटी के लिए आवश्यक परिसर देकर इस वर्ष संचालन शुरू करना संभव हो पाया है। उन्होंने आईआईटी को उस स्वायत्तता की गारंटी दी है, जिसकी उसे गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जरूरत है।

    तंजानिया में आईआईटी के लिए चुनौतियां

    हालांकि, इस बात को लेकर कुछ चिंताएं हैं कि आईआईटी तंजानिया में अपने मानकों को कैसे बनाए रखेगा। उदाहरण के लिए, भारत में आईआईटी लोगों के बीच लोकप्रिय है और छात्र किसी एक संस्थान में पढ़ने के लिए कई वर्षों तक तैयारी करते हैं। आईआईटी यह सुनिश्चित करता है कि उसे गुणवत्ता वाले उम्मीदवार मिले।

    सभी चुनौतियों से निपटने के लिए आईआईटी तैयार

    इस कारण से तंजानिया में आईआईटी के लिए थोड़ी कठिनाई हो सकती है, क्योंकि वहां भारत जैसे छात्र नहीं मिलेंगे, जिनकी वह अपेक्षा करता है। हालांकि, इन सब के बावजूद आईआईटी इन मुद्दों को सुलझाने के लिए कई समाधान लेकर आया है, जिससे कि वह तंजानिया में खुद को वहां के माहौल में ढाल सके।