IAS टीना डाबी को 'रील स्टार' कहना पड़ा भारी? छात्रों की गिरफ्तारी पर बाड़मेर कलेक्टर ने तोड़ी चुप्पी
बाड़मेर की जिला कलेक्टर टीना डाबी एक बार फिर चर्चा में हैं। आरोप है कि छात्रों ने उन्हें 'रील स्टार' कहा तो पुलिस ने छात्रों को हिरासत में ले लिया। टी ...और पढ़ें

IAS टीना डाबी ने बाड़मेर प्रदर्शन पर दिया जवाब। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मशहूर IAS ऑफिसर और बाड़मेर की जिला कलेक्टर टीना डाबी एक बार फिर चर्चा में हैं। टीना डाबी पर आरोप है कि उन्हें 'रील स्टार' बोलना कुछ छात्रों को महंगा पड़ गया है। राजस्थान पुलिस ने छात्रों को हिरासत में ले लिया था। इसे लेकर सियासी गलियारों में भी हलचल तेज होने लगी थी। वहीं, अब टीना डाबी ने इस पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी है।
यह मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले का है। महाराणा भूपल गर्ल्स कॉलेज में फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवक शनिवार को टीना डाबी से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे थे।
क्या है पूरा मामला?
प्रदर्शनकारी लगातार टीना डाबी से मिलने की जिद पर अड़े थे। 22 साल की उम्र में सिविल सेवा की परीक्षा पास करने के बाद IAS बनी टीना डाबी बाड़मेर की जिलाध्यक्ष हैं। ऐसे में प्रदर्शनकारियों को रोकते हुए पुलिस ने टीना डाबी को सभी के लिए रोल मॉडल बताया, तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कुछ छात्रों ने इस बात से साफ इनकार कर दिया।
छात्रों के अनुसार, "टीना डाबी रोल मॉडल नहीं हैं। अगर वो रोल मॉडल होतीं, तो हमारी समस्या सुनने के लिए बाहर आतीं। वो सिर्फ एक रील स्टार हैं, जो हर जगह रील बनाने जाती हैं।"
पुलिस पर लगा गंभीर आरोप
प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद पुलिस थाने के सामने प्रदर्शनकारियों का हुजूम जुट गया। हालांकि, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मनोज कुमार के अनुसार, "पुलिस ने किसी को भी हिरासत में नहीं लिया है।"
मनोज कुमार ने कहा-
पुलिस ने न किसी को हिरासत में लिया है और न ही किसी को गिरफ्तार किया है। स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए हम 4 छात्रों को पुलिस स्टेशन लाए थे और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
टीना डाबी ने दिया बयान
प्रदर्शनकारी पुलिस प्रशासन से माफी की मांग कर रहे हैं। वहीं, टीना डाबी ने भी लिखित बयान जारी करते हुए कहा, "किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया। फीस बढ़ोत्तरी का मामला सुलझाने के बावजूद कुछ छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस कुछ लोगों को बातचीत के लिए थाने लेकर गई थी, जिससे हालात पर काबू पाया जा सके। 2 घंटे बाद सभी को छोड़ दिया गया था।"
सियासत में मचा बवाल
टीना डाबी का कहना है कि पब्लिसिटी बटोरने के लिए इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर हवा दी जा रही है। वहीं, यह मुद्दा सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है। राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई लोगों ने टीना डाबी को सवालों के कठघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया है।

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