आईएएस अधिकारी संघ ने की मुख्य निर्वाचन आयुक्त पर व्यक्तिगत हमलों की निंदा, जानिए पूरा मामला
आईएएस अधिकारी संघ ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और उनके परिवार के सदस्यों की विपक्षी नेताओं द्वारा की गई अनुचित आलोचना की निंदा की है। संघ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि व्यक्तिगत हमले आधिकारिक कर्तव्यों से संबंधित नहीं हैं। राहुल गांधी ने निर्वाचन आयुक्तों को इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आईएएस अधिकारी संघ ने विपक्षी नेताओं की ओर से ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाए जाने के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार और उनके परिवार के सदस्यों की ‘अनुचित आलोचना’ करने और उनके खिलाफ ‘व्यक्तिगत हमलों’ की शुक्रवार को कड़ी निंदा की।
‘एक्स’ पर एक पोस्ट में संघ ने कहा कि इस तरह के व्यक्तिगत हमले आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन से संबंधित नहीं हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों के संगठन ने कहा, ‘‘हम लोक सेवा में गरिमा और ईमानदारी के पक्षधर हैं।’’
व्यक्तिगत हमले की निंदा की
इसमें कहा गया है, ‘‘आईएएस संघ इस बात पर चिंता व्यक्त करता है कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त के परिवार के सदस्यों के खिलाफ अनुचित आलोचना की गई जो कि एक प्रतिष्ठित सिविल सेवक हैं। आईएएस संघ ऐसे व्यक्तिगत हमलों की कड़ी निंदा करता है जिनका आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन से कोई संबंध नहीं है।’’
आईएएस अधिकारी संघ का यह बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य दोनों निर्वाचन आयुक्तों को ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी देने के कुछ दिनों बाद आया है।
राहुल गांधी ने दिया था बयान
राहुल गांधी ने 18 अगस्त को बिहार के गया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘मैं जो कहता हूं, करता हूं। आपने देखा होगा कि मैं मंच से झूठ नहीं बोलता… ये तीनों निर्वाचन आयुक्त… मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अभी मोदी जी की सरकार है… तेजस्वी (यादव) जी ने कहा कि आप (निर्वाचन आयुक्त) भाजपा की सदस्यता ले चुके हैं और उनके लिए काम कर रहे हैं।’’
राहुल गांधी ने कहा था, ‘‘लेकिन एक बात समझ लीजिए, एक दिन ऐसा आएगा जब बिहार और दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार होगी, तब हम आप तीनों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे… आपने पूरे देश से (वोट) चुराए हैं।’’
कांग्रेस नेता द्वारा निर्वाचन आयोग पर यह हमला मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार द्वारा उन्हें ‘वोट चोरी’ के अपने दावों के समर्थन में एक हस्ताक्षरित हलफनामा जमा करने के लिए सात दिन का अल्टीमेटम देने के एक दिन बाद आया है, अन्यथा उनके आरोपों को निराधार माना जाएगा। कुमार ने इसी साल 19 फरवरी को 26वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला था। वह केरल कैडर के 1988 बैच के (सेवानिवृत्त) आईएएस अधिकारी हैं।
ऑनलाइन ट्रोलिंग का कर रहे सामना
अधिकारियों ने बताया कि गांधी की चेतावनी और विपक्षी नेताओं के आरोपों के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार और उनके परिवार के सदस्यों को ‘ऑनलाइन ट्रोलिंग’ का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि उनकी दोनों बेटियां और दामाद सिविल सेवक हैं। उन्होंने सीईसी के परिवार के सदस्यों के लिए निजता का अनुरोध किया। कुमार के छोटे भाई भी भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) में वरिष्ठ अधिकारी हैं।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें- उपराष्ट्रपति पद के लिए राजग और विपक्ष के बीच सीधा मुकाबला, दोनों उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की हो रही जांच
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।