'गोल्ड का टिफिन, रूबी जड़ा कप और...', हैदराबाद के निजाम की कीमती चीजें कैसे हुईं चोरी?
यह कहानी 7 साल पुरानी है। रात के अंधेरे में 2 चोर बाइक पर सवार होकर हैदराबाद की सड़कों पर निकले। उनकी मंजिल थी पुरानी हवेली। निजाम म्यूजियम में मौजूद बेशकेमती चीजें चुराने के बाद दोनों चोर शहर से ही रफूचक्कर हो गए। अगली सुबह पूरे शहर में हड़कंप मच गया। चोरी को इतनी शातिर तरह से अंजाम दिया गया था कि CCTV से भी सुराग नहीं मिल सका।

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। किसी जमाने में निजाम की शान-ओ-शौकत का गवाह रहा हैदराबाद आज भी देश में खूबसूरती की मिसाल पेश करता है। बेशक अब यहां निजाम का राज नहीं है, लेकिन इतिहास के पन्नों की झलक आज भी इस शहर में देखी जा सकती है। हालांकि, हैदराबाद में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब निजाम म्यूजियम की चोरी की खबर सामने आई।
यह घटना आज से ठीक 4 साल पहले की है। 3 सितंबर 2018 की रात को 2 चोर पुरानी हवेली में मौजूद निजाम म्यूजियम में घुसे और कई कीमती चीजों को लेकर रफूचक्कर हो गए।
म्यूजिमय से क्या-क्या चोरी हुआ?
निजाम म्यूजियम में एक बेहद कीमती सोने का टिफिन बॉक्स था, जिसे चुरा लिया गया। इसके अलावा रूबी जड़ा कप, सॉसर और सोने के चम्मच जैसी चीजें निजाम म्यूजियम से रातों रात गायब हो गईं। चोर इतने शातिर थे कि उन्होंने सीसीटीवी कैमरा भी घुमा दिया, जिससे यह घटना कैमरे में भी कैद नहीं हो सकी।
निजाम म्यूजियम के गोल्ड टिफिन की 5 खासियत
1. सोने के बेशकीमती टिफिन बॉक्स का वजन 2 किलोग्राम था। इस टिफिन पर रूबी और हीरे जड़े थे।
2. यह टिफिन बॉक्स हैदराबाद के सातवें निजाम मीर ओसमान अली खान का था, जिन्होंने 1911 से 1948 तक शासन किया था।
3. यह टिफिन बॉक्स हैदराबाद की पुरानी हवेली में बने निजाम म्यूजियम में मौजूद था।
4. निजाम के खजाने पर स्टडी करने वाले इतिहासकार सैफुल्ला के अनुसार, जब यह गोल्ड टिफिन बॉक्स चोरी हुआ, तो उसकी कीमत 60 लाख रुपये थी।
5. निजाम म्यूजियम से चोरी हुई सभी चीजों की कीमत 1 करोड़ रुपये से भी अधिक थी।
म्यूजियम में कैसे की चोरी?
निजाम म्यूजियम में घुसने के लिए लुटेरे चिमनी के रास्ते रस्सी लटकाकर हवेली में दाखिल हुए और 4 फीट चौड़ा ग्लास तोड़कर निजाम की बेशकीमती चीजें चुरा ले गए। हैदराबाद से चोरी करने के बाद दोनों चोर मुंबई पहुंचे, जहां वो 5 स्टार होटल में ठहरे थे। ताज्जुब की बात यह है कि जब तक पुलिस चोरों तक नहीं पहुंची, तब तक वो रोज म्यूजियम से चुराए गए बर्तनों से ही खाना खाते थे।
चोरों तक कैसे पहुंची पुलिस?
चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 22 टीमों का गठन किया। म्यूजियम से सीसीटीवी कैमरों से चोरों का पता लगाना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया था। काफी समय तक चोरों का कोई सुराग नहीं मिला। वहीं, चारमीनार इलाके की फुटेज खंगालने पर चोर बाइक से जाते दिखे। चोरी के बाद उनकी बाइक जहीराबाद इलाके में लावारिस मिली। आखिरकार पुलिस ने चोरों को ढूंढ निकाला और मुंबई के 5 स्टार होटल से उन्हें गिरफ्तार किया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।