नहीं मिल रहा था कोई सुराग फिर AI की मदद से महाराष्ट्र पुलिस ने 36 घंटों के भीतर सुलझा लिया ये केस, जानिए कैसे
महाराष्ट्र के नागपुर में हिट एंड रन मामले को पुलिस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से 36 घंटे में सुलझा लिया। रक्षाबंधन के दिन एक ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी थी जिससे महिला की मौत हो गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और एआई एल्गोरिदम का उपयोग करके लाल निशान वाले ट्रक की पहचान की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के नागपुर में कुछ दिन पहले एक हिट एंड रन का केस सामने आया था। इस मामले में पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा रहा था क्योंकि जिस शख्स की पत्नी को ट्रक कुचलकर भाग गया था उसके पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं थी।
उसे बस इतना पता था कि जिस ट्रक ने उसकी पत्नी को कुचला है, उस पर लाल निशान थे। वह न तो ट्रक के साइज की पहचान कर पा रहा था और न ही उसकी बनावट। फिर पुलिस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल करके आरोपी को 36 घंटे के अंदर धर दबोचा।
जानिए, क्या है मामला?
दरअसल, 9 अगस्त, 2025 यानी कि रक्षाबंधन वाले दिन नागपुर में मध्य प्रदेश का रहने वाला एक शख्स अपनी पत्नी के साथ बाइक पर जा रहा था, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। महिला सड़क पर गिर गई और ट्रक उसे कुचलते हुए मौके से फरार हो गया। इसके बाद शख्स ने अपनी पत्नी के शव को बाइक पर बांध लिया और एमपी के अपने गांव ले गया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ था।
पुलिस ने कैसे सॉल्व किया केस?
नागपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने बताया कि पीड़ित ने ट्रक के बारे में बहुत कम जानकारी दे पाई थी। पुलिस ने इतनी कम जानकारी उपलब्ध होने के बावजूद आरोपियों तक कैसे पहुंच पाई? इस पर पोद्दार ने कहा कि उन्होंने सीसीटीवी डेटा इकट्ठा किया और उसे एआई एल्गोरिदम के जरिए चलाया।
पोद्दार ने कहा, "यहां जो किया गया वह यह था कि तीन अलग-अलग टोल नाकों, जो एक-दूसरे से 15-20 किलोमीटर की दूरी पर थे, उनके सीसीटीवी फुटेज, या जैसा कि हम इसे मेटाडेटा कहते हैं, एकत्र किए गए और दो एआई एल्गोरिदम का उपयोग करके इसका विश्लेषण किया गया। दोनों ही कंप्यूटर विजुअल नामक तकनीक पर आधारित थे।"
अधिकारी ने विस्तार से बताया, "पहले एल्गोरिदम ने पूरे सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और लाल निशान वाले ट्रकों की पहचान की। दूसरे एल्गोरिदम ने सभी ट्रकों की औसत गति का विश्लेषण किया ताकि हमें पता चल सके कि कौन सा ट्रक इसमें शामिल हो सकता है। इस आधार पर एक ट्रक की पहचान की गई। परसों, नागपुर ग्रामीण पुलिस की एक टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया और ग्वालियर-कानपुर राजमार्ग से ट्रक को जब्त कर लिया, जो नागपुर से लगभग 700 किमी दूर है। और अब हमने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और एआई का उपयोग करके 36 घंटे के भीतर मामले का खुलासा कर दिया गया है।"
महाराष्ट्र ने मार्वल (महाराष्ट्र रिसर्च एंड विजिलेंस फॉर एनहैंस्ड लॉ एनफोर्समेंट) नामक एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) बनाया है, जो देश का पहला राज्य-स्तरीय पुलिस एआई सिस्टम है। इसका पूर्ण स्वामित्व राज्य के पास है।
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