'मुझे बचा लो ये मार देंगे', लड़की ने प्रेमी को भेजा संदेश और फिर.... गुजरात में ऑनर किंलिंग पर बड़ा खुलासा
गुजरात के बनासकांठा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। चंद्रिका चौधरी की उसके परिवार ने कथित तौर पर झूठी शान की खातिर हत्या कर दी क्योंकि वह अपनी पसंद के लड़के से शादी करना चाहती थी। प्रेमी को भेजे गए संदेश के बाद मामले का खुलासा हुआ जिसमें उसने अपनी जान को खतरे में बताया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात के बनासकांठा में झूठी शान की खातिर घरवालों ने ही अपनी फूल सी बच्ची को मार डाला। बच्ची का जुर्म सिर्फ इतना था कि वो अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी और परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था।
18 साल की चंद्रिका चौधरी ने अपने प्रेमी हरीश चौधरी को देर रात इंस्टाग्राम पर एक मैसेज भेजा कि "मुझे बचा लो।" इसके कुछ घंटों बाद, उसका शव घर पर मिला। शुरू में तो पुलिस को आत्महत्या लग रही थी लेकिन मामले का खुलासा तब हुआ जब प्रेमी अपनी प्रेमिका द्वारा भेजे गए संदेशों को लेकर पुलिस के पास गया।
झूठी शान की खातिर बेटी की हत्या
प्रेमी की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच हत्या के एंगल से शुरू को पता चला कि चंद्रिका चौधरी की कथित तौर पर उसके पिता सेधाभाई पटेल और चाचा शिवभाई पटेल ने अपने घर पर हत्या कर दी। एएसपी सुमन नाला ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसके पिता लापता हैं।
प्रेमी की शिकायत पर खुला हत्या का राज
मृतक, हरीश चौधरी के साथ रिश्ते में थी, लेकिन उसका परिवार इसके खिलाफ था। वे चाहते थे कि उसकी शादी किसी और से हो जाए। उसे यकीन था कि उसका परिवार नहीं मानेगा और उसने हरीश को इस बारे में बता दिया था। अपनी जान को खतरा महसूस करते हुए, उसने 24 जून की रात हरीश को मैसेज किया कि वह उसे उसके परिवार से दूर ले जाए।
आओ और मुझे ले जाओ; वरना मेरे घरवाले मेरी मर्जी के खिलाफ मेरी शादी करवा देंगे। अगर मैं शादी के लिए राजी नहीं हुई, तो वे मुझे मार डालेंगे। मुझे बचा लो।
चंद्रिका ने हरीश को भेजे गए मैसेज में लिखा
चंद्रिका के घर में मिली लाश
मैसेज भेजने के कुछ घंटों बाद ही उसका शव उसके घर पर मिला। शुरुआत में, यह आत्महत्या लग रही थी, लेकिन पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद जांच का रास्ता साफ हो गया। हरीश अपनी प्रेमिका की मौत के बाद पुलिस के पास गया और आरोप लगाया कि चंद्रिका की मौत स्वाभाविक रूप से नहीं, बल्कि उसकी हत्या की गई है। जांच के दौरान, पुलिस को कुछ गुम कड़ियाँ मिलीं जिनसे संदेह पैदा हुआ।
परिजनों ने जल्दबाजी में किया अंतिम संस्कार- पुलिस
एएसपी नाला ने बताया, "नेचुरल डेथ के मामले में भी, परिवारों के लिए डॉक्टर से सलाह लेना एक सामान्य तौर पर देखा है। लेकिन चंद्रिका को कभी डॉक्टर के पास नहीं ले जाया गया। उसका जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। मौत के बाद किसी भी करीबी रिश्तेदार को नहीं बुलाया गया, यहां तक कि उसके भाई को भी नहीं, जो पालनपुर में पढ़ रहा है। इससे यह संदेह पैदा हुआ कि परिवार कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा था।"
बार-बार बदलते बयानों से गहराया पुलिस का शक
आगे की जांच से पता चला कि चंद्रिका के पिता और चाचा ने 24 जून की रात को ही उसकी हत्या करने की योजना बनाई थी, अगर वह नहीं मानी। पहले उन्होंने उसे कुछ नशीला पदार्थ दिया और उसे सुला दिया। फिर उसका गला घोंट दिया और आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को फंदे से लटका दिया। रात में उसका शव देखने वालों को लगा कि उसने खुदकुशी कर ली है। लेकिन सुबह उन्होंने दूसरों को बताया कि उसकी नेचुरल डेथ हुई है।
पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार
परिवार के बार-बार बदलते बयाने ने पुलिस के शक को यकीन में बदल दिया और यह नजीता निकाला गया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी। पुलिस ने मृतक के उसके चाचा सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके पिता की तलाश जारी है।
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