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    हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार अन्नपूर्णा देवी का निधन

    By Arun Kumar SinghEdited By:
    Updated: Sat, 13 Oct 2018 11:50 PM (IST)

    पांच साल की छोटी उम्र से ही अन्नपूर्णा देवी ने संगीत की शिक्षा आरंभ की और और वह सितार से लेकर सुरबहार तक में पारंगत हो गईं। ...और पढ़ें

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    हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार अन्नपूर्णा देवी का निधन

     मुंबई, राज्य ब्यूरो। दिग्गज हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीतकार अन्नपूर्णा देवी का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि उनका तड़के 3 बजकर 51 मिनट पर निधन हुआ। वे पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रही थीं।

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    अन्नपूर्णा देवी का जन्म 23 अप्रैल 1927 को हुआ था। उनका असली नाम रोशनआरा खान था। उनका जन्म मध्य प्रदेश के मैहर शहर में उस्ताद 'बाबा' अलाउद्दीन खान और मदीना बेगम के घर में हुआ था। चार भाई-बहनों में वे सबसे छोटी थीं।

    जाने-माने सरोद वादक उस्ताद अली अकबर खान उनके भाई थे। उनके पिता अलाउद्दीन खां महाराजा बृजनाथ सिंह के दरबारी संगीतकार थे। उन्होंने जब बेटी के जन्म के बारे में दरबार में बताया तो महाराजा ने नवजात बच्ची का नाम अन्नपूर्णा रख दिया।

    पांच साल की छोटी उम्र से ही उन्होंने संगीत की शिक्षा आरंभ की और और वह सितार से लेकर सुरबहार तक में पारंगत हो गईं। मशहूर बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया अन्नपूर्णा देवी के प्रमुख शिष्यों में शामिल थे।

    उनका विवाह जाने-माने सितार वादक पंडित रविशंकर से हुआ था। इस विवाह के लिए अन्नपूर्णा देवी ने 1941 में हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया। इस विवाह से उनका एक बेटा शुभेन्द्र 'शुभो' शंकर था, जिनका 1992 में निधन हो गया था।

    21 साल बाद पंडित रविशंकर से शादी टूटने के बाद अन्नपूर्णा देवी मुंबई चली गईं। 1982 में उन्होंने अपने शिष्य रूशिकुमार पंड्या से शादी कर ली। वर्ष 2013 में पंड्या का निधन हो गया। 1977 में उनको पद्मभूषण सम्मान दिया गया था।