हिंदी दिवस पर PM मोदी ने भारतीय भाषाओं को समृद्ध बनाने का किया आह्वान, लोगों से की ये अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदी दिवस पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और सभी भारतीय भाषाओं को समृद्ध करने का आह्वान किया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हिंदी अन्य भारतीय भाषाओं की मित्र है प्रतिस्पर्धी नहीं। जेपी नड्डा ने हिंदी को भारतीय संस्कृति का प्रतीक बताया। नीतीश कुमार ने इसे राष्ट्रीय लोकाचार की पहचान कहा। रूस में भी हिंदी सीखने वालों की संख्या बढ़ रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को हिंदी दिवस के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए उनसे सभी भारतीय भाषाओं को समृद्ध बनाने और उन्हें गर्व के साथ भावी पीढि़यों तक पहुंचाने के लिए सामूहिक रूप से काम करने का आह्वान किया।
उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा, "आप सभी को हिंदी दिवस की अनंत शुभकामनाएं। हिंदी केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी पहचान और संस्कारों की जीवंत धरोहर है। इस अवसर पर आइए, हम सब मिलकर हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं को समृद्ध बनाने और उन्हें आने वाली पीढि़यों तक गर्व के साथ पहुंचाने का संकल्प लें। विश्व पटल पर हिंदी का बढ़ता सम्मान हम सबके लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है।"
हिंदी सभी भारतीय भाषाओं की मित्र है, प्रतिस्पर्धी नहीं- शाह
उधर, हिंदी दिवस के अवसर पर गांधीनगर में पांचवें अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ¨हदी सभी भारतीय भाषाओं की मित्र है, प्रतिस्पर्धी नहीं। हिंदी और भारतीय भाषाओं के बीच कोई संघर्ष नहीं है। हिंदी सिर्फ बोलचाल और प्रशासन की भाषा नहीं होनी चाहिए, बल्कि विज्ञान, तकनीक, पुलिस और न्यायपालिका के क्षेत्र में भी हिंदी का उपयोग बढ़ना चाहिए। भारतीय भाषाओं ने हर परिस्थिति में संगठित रहने और संवाद एवं अभिव्यक्ति के माध्यम से एकजुट होकर आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया है।
भारतीय परंपराओं, जीवन मूल्यों, आदर्शों की सशक्त संवाहक है हिंदी- नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का एक अनूठा प्रतीक है। यह भारतीय परंपराओं, जीवन मूल्यों और आदर्शों की सशक्त संवाहक है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देश को एकता के सूत्र में पिरोने में हिंदी का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। हिंदी भाषा देश की विविध भाषाओं के साथ राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करती रहेगी।
लोगों की सामूहिक चेतना की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है हिंदी- नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह भाषा देश के सभी लोगों को एकता के सूत्र में बांधती है और देश को एकजुट रखने में इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। हिंदी हमारे राष्ट्रीय लोकाचार की पहचान है और लोगों की सामूहिक चेतना की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने लोगों से अपने कामकाज में हिंदी को माध्यम बनाने की अपील की।
रूस में हिंदी के प्रति बढ़ रही रुचि
सोवियत संघ के पतन के तीन दशक बाद रूस में हिंदी सीखने के इच्छुक छात्रों की रुचि बढ़ रही है और सरकार इस भाषा को पढ़ाने वाले संस्थानों की संख्या बढ़ा रही है। रूस के विज्ञान एवं उच्च शिक्षा उप मंत्री कोंस्टेंटिन मोगिलेव्स्की ने कहा, ''हम चाहते हैं कि हमारे ज्यादा से ज्यादा छात्र हिंदी सीखें।''
उन्होंने कहा, ''भारत आज दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है, और ज्यादा से ज्यादा भारतीय अपने दैनिक जीवन में अंग्रेजी की बजाय हिंदी का इस्तेमाल करने लगे हैं। हमें हिंदी और पूरब के देशों की अन्य भाषाएं सीखने की जरूरत है।''
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।