Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'बांग्लादेश के पास दो चिकन नेक और दोनों पर...', CM हिमंत सरमा ने ढाका को याद दिलाया भूगोल; ध्यान से सुन ले यूनुस सरकार

    Updated: Thu, 22 May 2025 06:55 PM (IST)

    असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर बुरी नजर डालने पर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश के दोनों चिकन नेक पर अटैक करने के लिए तैयार है। कुछ दिनों पहले बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने चिकन नेक कॉरिडोर को लेकर बयानबाजी की थी।

    Hero Image
    बांग्लादेश के दोनों चिकन नेक पर अटैक कर सकता है भारत: सीएम हिमंत।(फाइल फोट)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि अगर सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर उसने बुरी नजर डाली तो भारत बांग्लादेश के दोनों चिकन नेक पर अटैक करने के लिए तैयार है।  कुछ दिनों पहले चीनी नेताओं से मीटिंग के दौरान बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने चिकन नेक कॉरिडोर को लेकर बयानबाजी की थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह चेतावनी उन रिपोर्ट्स के बाद सामने आई जिसमें कहा गया है कि चीन लालमोनिरहट में द्वितीय विश्व युद्ध के समय से एयरबेस को फिर से ऑपरेशनल करने में बांग्लादेश की मदद कर रहा है, जो चिकन नेक कॉरिडोर से सिर्फ 100 किलोमीटर दूर मौजूद है।

    हालांकि,  पहले ये जान लें कि बांग्लादेश के दो चिकन नेक कौन-कौन से हैं।

    बांग्लादेश में एक संकरा कॉरिडोर बांग्लादेश के मुख्य भूभाग को चटगांव से जोड़ता है, जो इसका सबसे बड़ा बंदरगाह है। वहीं, दूसरा चिकन नेक, रंगपुर डिवीजन के दक्षिण में स्थित एक गलियारा है, जो मेघालय के नजदीक है।

    फेनी नदी के तट पर मौजूद दक्षिणी त्रिपुरा के सबरूम से लेकर चटगांव को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले जिले मिरशाराय उपजिले की दूरी करीब 30 किलोमीटर है। इस संकरे गलियारे को अगर बंद कर दी जाए तो बांग्लादेश की 20 फीसदी भूमि देश से अलग हो जाएगी। इससे चटगांव पूरी तरह से अलग-थलग पड़ जाएगा।

    बता दें कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था के लिए चटगांव काफी महत्वपूर्ण है। यह शहर देश के 90 फीसदी से अधिक आयात-निर्यात व्यापार संभालता है।

    वहीं, 16 हजार वर्ग किलोमीटर से भी ज्यादा में फैला रंगपुर डिवीजन बांग्लादेश का संपूर्ण उत्तरी भू-भाग है। अगर ये हिस्सा बांग्लादेश के बाकी हिस्सों से अलग हो गया तो देश की अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी।

    यह भी पढ़ें: चिकन नेक के पास बांग्लादेश का खतरनाक खेल, चीन को दिया बड़ा ऑफर; भारत हुआ अलर्ट