Highway In India: सड़क नेटवर्क के विस्तार से लिखी जाएगी विकसित भारत की कहानी, 2025 तक 26 Green Expressway बनाने का लक्ष्य
भारतीय सड़क नेटवर्क के तेजी से विस्तार और बदलाव ने यह सुनिश्चित किया है कि भारत दुनिया में सबसे अच्छे मानकों तक पहुंचने के लिए लगातार ट्रैक पर है। एक रिपोर्ट के अनुसार राजमार्ग निर्माण उद्योग 2025 तक 133 प्रतिशत की बेहतरीन वृद्धि दर्ज करेगा।

नई दिल्ली, एजेंसी। देश में राजमार्ग (Highway) कामकाज के अभिन्न अंग हैं। इससे लोगों और सामानों की पहुंच आसान हुई है। भारतीय सड़क नेटवर्क के तेजी से विस्तार और बदलाव ने यह सुनिश्चित किया है कि भारत दुनिया में सबसे अच्छे मानकों तक पहुंचने के लिए लगातार ट्रैक पर है। केंद्र सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत भारत सड़कों, राजमार्गों और एक्सप्रेसवे का एक मजबूत नेटवर्क तैयार कर रहा है। भारत में 2025 तक 26 ग्रीन एक्सप्रेसवे (Green Expressway) बनाने का लक्ष्य है।
देश में रसद लागत घटाने का लक्ष्य
बता दें कि देश में करीब 60 प्रतिशत ढुलाई सड़क और राजमार्ग प्रणाली के माध्यम से होता है। राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के बढ़ते जाल द्वारा प्रदान की गई बेहतर गतिशीलता से बदलाव की अगुवाई करने और रसद लागत (logistics costs) को मौजूदा 16-18 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है। इसको लेकर नितिन गडकरी बयान भी दे चुके हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था, 'भारत में हम रसद लागत को 10 से 12 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। 4 से 6 प्रतिशत की बचत का मतलब है कि हम अंतरराष्ट्रीय बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। जिससे हम अपने निर्यात को बढ़ाने जा रहे हैं और साथ ही इस लागत को कम कर सकते हैं हम अपनी विकास दर को भी बढ़ाने जा रहे हैं।'
राजमार्ग की लंबाई 1,12,000 मील होने की उम्मीद
बता दें कि Bank of America Securities India द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले वर्षों में देश में विकास की गति तेज होने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 1,12,000 मील तक पहुंचने की उम्मीद है। रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में 2025 समाप्त होने तक राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल होगा। वर्तमान अनुमानों के अनुसार, राजमार्ग निर्माण उद्योग 2025 तक 133 प्रतिशत की बेहतरीन वृद्धि दर्ज करेगा, जो हाल के दिनों में दुनिया के किसी भी देश की तुलना में अधिक है।
प्रतिदिन 60 किलोमीटर सड़क बनाने पर जोर
भारत पहले ही एक दिन में 30 किलोमीटर सड़क बनाने का लक्ष्य हासिल कर चुका है। अब 60 किलोमीटर सड़क प्रतिदिन बनाने पर जोर दे रहा है। गडकरी ने कहा, 'सरकार 2025 तक 2 लाख किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क के विकास के लिए समर्पित रूप से काम कर रही है। यह एक बड़ी बात है।' सरकार का ध्यान प्रमुख औद्योगिक शहरों को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कों के निर्माण तक ही सीमित नहीं रहा है। सरकार का लक्ष्य हर मेट्रो, कस्बे और गांव को एक मजबूत सड़क संपर्क प्रणाली के माध्यम से जोड़ना है।
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