'भारत डेड इकोनमी नहीं', विकास दर और रेटिंग का हवाला देते हुए निर्मला सीतारमण ने साधा विपक्ष पर निशाना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत की 8.2 प्रतिशत विकास दर और वैश्विक एजेंसियों द्वारा रेटिंग में सुधार का हवाला देते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। उन् ...और पढ़ें

लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत की 8.2 प्रतिशत विकास दर और वैश्विक एजेंसियों द्वारा रेटिंग में सुधार का हवाला देते हुए कहा कि यदि भारत एक 'डेड इकोनमी ' होता तो ऐसे सुधार संभव नहीं होते।
उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। विपक्ष ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के भारत को ''डेड इकोनमी'' कहने पर सरकार की प्रतिक्रिया मांगी थी।
निर्मला सीतारमण ने साधा विपक्ष पर निशाना
लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों पर निशाना साधते हुए सीतारमण ने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख आर्थिकी है, जिसने सितंबर तिमाही में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। पिछले 10 वर्षों में अर्थव्यवस्था नाजुकता से मजबूती की ओर बढ़ी है।
उन्होंने कहा- '' हर संस्था इस वर्ष और आगामी वर्ष के लिए हमारे विकास दृष्टिकोण को बढ़ा रही है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा भारत की विकास दर को मान्यता देना इसका साफ संकेत है और कोई भी डेड इकोनमी डीबीआरएस, एसएंडपी और आरएंडआइ द्वारा क्रेडिट रेटिंग में सुधार नहीं प्राप्त कर सकती।''
ट्रंप के बयान को किया खारिज
उन्होंने ट्रंप के बयान को खारिज करते हुए विपक्ष के सदस्यों से पूछा- ''क्या एक मृत अर्थव्यवस्था 8.2 प्रतिशत की वृद्धि कर सकती है? क्या एक मृत अर्थव्यवस्था को क्रेडिट रेटिंग में सुधार मिल सकता है?''
उन्होंने यह भी बताया कि भारत का ऋण से जीडीपी अनुपात कोविड के बाद 61.4 प्रतिशत तक बढ़ गया था, लेकिन सरकार की नीतियों के कारण इसे 57.1 प्रतिशत तक लाया गया। कृषि क्षेत्र में उर्वरक की कमी के मुद्दे पर, उन्होंने कहा कि सरकार ने खरीफ सीजन के दौरान पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की है।

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