जिससे मांगी मदद उसी ने किया दुराचार
पति के ठुकराने के बाद डेढ़ साल के मासूम को लेकर इंसाफ के लिए भटक रही महिला ने जिससे भी मदद की आस लगाई उसने ही उसकी अस्मत के साथ खिलवाड़ किया।
भिवानी, अशोक ढिकाव। पति के ठुकराने के बाद डेढ़ साल के मासूम को लेकर इंसाफ के लिए भटक रही महिला ने जिससे भी मदद की आस लगाई उसने ही उसकी अस्मत के साथ खिलवाड़ किया। पहले नौकरी दिलाने बहाने पानीपत ले जाकर पांच युवकों ने उसकी इज्जत से खिलवाड़ किया तो जींद रेलवे स्टेशन पर मिले एक युवक ने उसे शादी का झांसा देकर अस्मत लूट ली। सहमी व डरी बेबस महीनों बाद भी अपनी जुबान नहीं खोल पाई।
यह कहानी रविवार को डेढ़ साल के बेटे को लेने के लिए भिवानी आई पीडि़त महिला ने बाल कल्याण समिति के सामने बयां की। ऊण गांव निवासी 25 वर्षीय विवाहिता ने जो बताया उससे रोंगटे खड़े हो गए। उसकी शादी नवंबर 2012 में कमोद निवासी सिकंदर के साथ हुई थी।
उसे लड़का हुआ, लेकिन इस बीच उसका पति दूसरी महिला के प्रेम में पड़ गया और उसे छोड़कर दूसरी शादी रचा ली। शिकायत पर पुलिस ने कुछ नहीं किया। परिजनों भी सहारा नहीं दिया। एक दिन बौंद से रोहतक जाते वक्त उसकी मुलाकात गांव पंद्राण निवासी ¨बटू से हुई। उसने फोन कर नौकरी दिलाने के लिए पानीपत बुलाया। वहां वह उसे रेलवे स्टेशन से एक गाड़ी में बैठा कर सरपंच के खेतों में ले गया।
खेत में बने कमरे के अंदर पांच व्यक्तियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उनसे छूट कर वह बच्चे को लेकर जींद पहुंची तो रेलवे स्टेशन पर विकास नाम के युवक से मुलाकात हुई। उसने मदद के लिए नवीन नाम के युवक को बुलाकर उसे सौंप दिया। नवीन उसे अपने घर ले गया और उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद वह शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा। बाद में उसने ही ऊण गांव ले जाकर उसके पिता से मुलाकात कराई और शादी करने की बात कही, लेकिन डेढ़ साल के बच्चे को रखने से इंकार कर दिया। इसके बाद पिता ने नवीन व जीजा के साथ मिलकर उसके बच्चे को खेतों में फेंक दिया।
समिति की देखरेख में आश्रम रहेंगे मां व बेटा
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राजबाला श्योराण ने पीडि़ता को कहा कि बच्चा और वह आश्रम में उनकी देख रेख में रहेंगे। उसके साथ दुराचार करने व बच्चे को फेंकने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पीडि़ता ने बताया कि वह रोहतक पीजीआइ में बैठी बच्चे के लिए रो रही थी। इसी दौरान वहां तैनात सुरक्षा गार्ड ने भिवानी के हरसुख गांव में डेढ़ साल का बच्चा मिला है। वह उसे ढूंढते हुए यहां पहुंची। गत 23 अप्रैल को ढाणी हरसुख के खेतों में बने गड्ढे के अंदर डेढ़ साल का मासूम बच्चा मिला था। जिला बाल कल्याण समिति की देखरेख में बच्चे को उसकी मां को सौंपा गया।