देश के दो राज्यों में कहर बरपा रही बारिश, अब तक 323 ट्रेनें रद्द; 30 से ज्यादा लोगों की मौत
देश के दो राज्यों आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश जमकर कहर बरपा रही है। बारिश के कारण अब तक 323 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा 30 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो गई है। इसके अलावा लाखों लोग बेघर भी हुए हैं। कई शहरों का एक-दूसरे से संपर्क कट गया हैं। सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं।
एजेंसी, नई दिल्ली। मूसलधार बारिश की मार झेल रहे तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मंगलवार को भी कई स्थानों पर बारिश हुई। नदी-नाले अभी भी उफान पर हैं। रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है, खासकर निचले क्षेत्रों में। एनडीआरएफ, सेना समेत कई एजेंसियां बचाव-एवं राहत कार्य जोर-शोर से चलाए हुए हैं और प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
कई शहरों का संपर्क कटा
लगातार चौथे दिन सड़क व रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। कई शहरों का एक-दूसरे से संपर्क कट गया हैं। सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। मंगलवार को भी 323 ट्रेनें रद्द की गईं जबकि 170 के मार्ग बदले गए।
सीएम राहत कोष में 130 करोड़ देने का एलान
इस बीच, तेलंगाना के कर्मचारियों, राजपत्रित अधिकारियों, शिक्षकों, श्रमिकों और पेंशनभोगियों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी (जेएसी) ने बाढ़ राहत के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में लगभग 130 करोड़ रुपये देने का एलान किया है। यह राशि सभी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के एक दिन के मूल वेतन के बराबर है। तेलुगु स्टार जूनियर एनटीआर भी ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री राहत कोष में 50-50 लाख रुपये देने की घोषणा की।
सीएम नायडू ने डाला डेरा
इस बीच, एनडीआरएफ की चार और टीमें चार हेलीकॉप्टरों के साथ आंध्र प्रदेश के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित विजयवाड़ा पहुंचीं और बचाव और राहत अभियान में जुट गईं। वायु सेना और नौसेना के छह हेलीकॉप्टर पहले से ही शहर में तैनात हैं। हेलीकॉप्टर न केवल बाढ़ग्रस्त इलाकों से फंसे लोगों को निकाल रहे हैं, बल्कि प्रभावित इलाकों में भोजन और अन्य जरूरी सामान भी पहुंचा रहे हैं। बचाव और राहत कार्यों की निगरानी के लिए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू विजयवाड़ा में ही डेरा डाले हुए हैं।
कितना हुआ नुकसान?
आंध्र में इस बाढ़ से कुल 2,684 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं जबकि 1.80 लाख एकड़ से अधिक क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गईं हैं। 20 जिलों के किसान इससे प्रभावित हुए हैं। राज्य में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 6.4 लाख हो गई है। उधर, तेलंगाना में मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा कि झीलों और नालों पर अतिक्रमण हटाना राज्य सरकार की प्राथमिकता होगी, क्योंकि इनसे काफी नुकसान हुआ है। बता दें कि मूसलधार बारिश व बाढ़ के चलते तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में अभी तक 33 लोगों की मौत हो चुकी हैं जबकि लाखों लोग बेघर हो गए हैं और राहत शिविरों में रह रहे हैं।