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    Israel Hamas War: ‘हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं’, भारत में फलस्तीन के राजदूत बोले- वो सभी हैं स्वतंत्रता सेनानी

    By Jagran NewsEdited By: Versha Singh
    Updated: Fri, 01 Dec 2023 09:50 AM (IST)

    Israel Hamas War ‘भारत में फलस्तीनी राजदूत अदनान अबू अल-हैजा ने हमास को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने हमास का साथ दिया है। बता दें कि गुरुवार को इजरायल के खिलाफ अबू अल-हैजा ने जोरदार हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन नहीं है बल्कि कब्जे के खिलाफ लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानी हैं। इस दौरान उन्होंने केरल के लोगों को भी धन्यवाद दिया।

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    भारत में फलस्तीन के राजदूत बोले- ‘हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं’

    एएनआई, कोझिकोड (केरल)। भारत में फलस्तीनी राजदूत अदनान अबू अल-हैजा ने गुरुवार को इजरायल के खिलाफ जोरदार हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमास "एक आतंकवादी संगठन नहीं है" बल्कि कब्जे के खिलाफ लड़ने वाले "स्वतंत्रता सेनानी" हैं।

    उन्होंने इजराइल का जिक्र करते हुए कहा कि 'कब्जा' 'आतंकवादी' है और उसे फलस्तीन छोड़ देना चाहिए। उन्होंने आगे पुष्टि की कि फलस्तीनियों को किसी भी अन्य देश की तरह "शांति और स्वतंत्रता" से रहने की अनुमति दी जानी चाहिए।

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    अल-हैजा ने मौजूदा संघर्ष के दौरान फलस्तीन के लोगों का समर्थन करने के लिए केरल राज्य के लोगों को भी धन्यवाद दिया।

    हमास एक स्वतंत्रता सेनानी संगठन है- अल-हैजा

    कोझिकोड में पत्रकारों से बात करते हुए फलस्तीनी दूत ने कहा, मैं यहां बताना चाहूंगा कि हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं है। हमास एक स्वतंत्रता सेनानी संगठन है। वे कब्जे से लड़ रहे हैं, कब्जा आतंकवादी है और उन्हें हमारा घर छोड़ देना चाहिए। हमें दुनिया के किसी भी अन्य देश की तरह शांति और स्वतंत्रता से रहना चाहिए।

    उन्होंने कहा, "मैं फलस्तीनी मुद्दे और फलस्तीनी लोगों को समर्थन देने के लिए केरल के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं।"

    गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद से फलस्तीनी प्राधिकरण ने कभी भी हमले की निंदा नहीं की है।

    इससे पहले, फलस्तीनी दूत ने एएनआई को बताया था कि जब तक "पूर्वी यरुशलम को राजधानी बनाकर फलस्तीनी राज्य की स्थापना नहीं हो जाती" तब तक इजरायल के साथ संघर्ष हमेशा जारी रहेगा।

    7 अक्टूबर को हमास ने किया था इजरायल पर हमला

    7 अक्टूबर को, हमास ने इजरायल पर आतंकवादी हमला किया था। 2000 से अधिक आतंकवादियों ने इजरायली सीमाओं का उल्लंघन किया और बड़े पैमाने पर हमला किया जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए और कई घायल हो गए।

    हमास ने 7 अक्टूबर को गाजा पट्टी में 200 से अधिक लोगों को बंधक के रूप में अपने साथ ले लिया।

    इसके बाद, इजरायल ने गाजा में हमास की आतंकी इकाइयों को निशाना बनाते हुए एक मजबूत जवाबी हमला शुरू किया।

    हालाँकि, इजरायली हवाई हमले और जमीनी अभियानों ने बढ़ते नागरिक मृत्यु दर पर अधिकार समूहों और अरब दुनिया से नाराजगी व्यक्त की।

    हमले में अब तक कई लोगों की हुई मौत

    गाजा में हमास द्वारा संचालित मंत्रालय के अनुसार, गाजा में चल रहे इजरायली हमले के बीच 5,000 से अधिक बच्चों सहित 14,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।

    इस बीच, इजरायल और हमास वर्तमान में एक बंधक समझौते के तहत लड़ाई में परिचालन विराम देख रहे हैं। शुरु में, चार दिनों के लिए युद्ध विराम हुआ था लेकिन बाद में इसे सातवें दिन तक बढ़ा दिया गया।

    हमास ने गुरुवार को छह और इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया।

    द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इससे पहले गुरुवार को हमास ने दो इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया था, जिससे आज कुल बंधकों की संख्या आठ हो गई है।

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