Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दो लाख लोग, 20 हजार मतदाता, कोलकाता की गुलशन कालोनी जाकर हैरान रह गए बीएलओ

    Updated: Sun, 09 Nov 2025 08:12 PM (IST)

    कोलकाता की गुलशन कॉलोनी में बीएलओ को मतदाता ढूंढने में मुश्किल हो रही है। लगभग हर इमारत पांच-छह मंजिला है, और आबादी दो लाख के करीब है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, 90% निवासी बाहरी हैं, जिनके पास मतदाता पहचान पत्र होने का दावा है। 

    Hero Image

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में एसआइआर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद कोलकाता की गुलशन कालोनी गए बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) हैरान रह गए। यहां लगभग हर इमारत लगभग पांच से छह मंजिला है। प्रत्येक मंजिल पर कम से कम पांच से छह फ्लैट हैं। कुल आबादी दो लाख के आसपास है। इतने सारे लोगों के बीच मतदाताओं को ढूंढने में बीएलओ को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्थानीय सूत्रों को मुताबिक लगभग 90 प्रतिशत निवासी बाहरी हैं, जो राज्य की दूसरी जगहों से आकर सालों से यहां रह रहे हैं। वे यहां के मतदाता नहीं है। हालांकि यहां रहने वाले लोगों का दावा है कि उनके पास मतदाता पहचान पत्र है। कथित तौर पर ये बांग्लादेशी हैं।

    बता दें कि विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि एसआइआर लागू होने के बाद गुलशन कालोनी खाली हो रही है, क्योंकि लंबे समय से यहां लोग अवैध रूप से रह रहे थे? बता दे कि गुलशन कालोनी को अपराधियों का सुरक्षित पनाहगार भी माना जाता है। यहां से कई आतंकियों की गिरफ्तारी भी हुई है।

    प्रत्येक मोहल्ला अंग्रेजी वर्णमाला से चिह्नित

    बीएलओ वसीम अकरम के मुताबिक गुलशन कालोनी में गणना फार्म वितरित करने का काम चल रहा है। लेकिन फार्म किसे वितरित किए जाएंगे? मतदाता कहां हैं? यहां, प्रत्येक मोहल्ले को अंग्रेजी वर्णमाला से चिह्नित किया गया है। उनमें से भाग 304 में चार मोहल्ले हैं, जिनके नाम एम, एन, एल और पी हैं। इस बूथ में कुल घरों की संख्या कमोबेश दो हजार है।

    हालांकि, बूथ में मतदाताओं की संयुक्त संख्या 1600 से थोड़ी अधिक है। बीएलओ प्रत्येक बहुमंजिला इमारत में प्रवेश कर रहे हैं। बड़ी मुश्किल से उन्हें हर मंजिल में इक्का-दुक्का मतदाताओं के नाम मिल रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के बीएलए 2 मोहम्मद मिनाज के मुताबिक कई लोग दूसरे इलाकों के मतदाता हैं। उन्होंने सूची में अपना पता नहीं बदला।