गुजरात में नए मंत्रियों के विभागों का हुआ बंटवारा, हर्ष संघवी बने डिप्टी सीएम
गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ है, जिसमें हर्ष संघवी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। कई दिग्गज नेताओं को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला है, जबकि कुछ नए चेहरों को भी मौका मिला है। मंत्रिमंडल में सामाजिक समीकरणों का ध्यान रखा गया है और भ्रष्टाचार के आरोपों वाले मंत्रियों को बाहर कर दिया गया है। नए मंत्रियों को राज्यपाल ने शपथ दिलाई।

हर्ष संघवी बने गुजरात के उपमुख्यमंत्री
शत्रुघ्न शर्मा, जागरण: गांधीनगर। भाजपा शासित गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ है। इसमें जहां हर्ष संघवी को उप मुख्यमंत्री बनाया गया, वहीं चार दिग्गज नेताओं का कैबिनेट मंत्री का दर्जा यथावत रखा गया। ऋषीकेश पटेल, कनुभाई देसाई, कुंवरजी बावलिया, प्रफुल्ल पानसेरिया और परषोत्तम देसाई का जलवा बरकरार रहा। वहीं, अर्जुन मोढवाडिया को उनके कद के अनुसार कैबिनेट का दर्जा मिला।
पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला के समधी बलवंत सिंह राजपूत मंत्रिमंडल से बाहर हो गए। जबकि पाटीदार नेता जयेश रादडिया भारी पड़ गईं। आंदोलन से पहचान बनाने वाले अल्पेश ठाकोर व हार्दिक पटेल भी मंत्री पद नहीं पा सके। नए मंत्रियों को राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शुक्रवार को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
दिग्गज नेताओं का कैबिनेट दर्जा बरकरार
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल व उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी के बीच बेहतर तालमेल है। आगामी महानगरपालिका, नगरपालिका चुनाव के साथ ही 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में यह जोड़ी कमाल दिखा सकती है। मंत्रिमंडल फेरबदल में सौराष्ट्र, उत्तर-दक्षिण गुजरात के साथ ओबीसी, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को भी पूरी तरह साधा गया। इस मंत्रिमंडल में तीन महिला नेताओं को स्थान मिला।
जबकि, सरकार व संगठन को मुश्किल में डालने वाले नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। जिन मंत्रियों पर नागरिकों की उपेक्षा, केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर उदासीनता बरतने और भ्रष्टाचार के आरोप लगे, उन्हें इस बार सीधे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। गुजरात सरकार के नए मंत्रिमंडल में दिग्गज पाटीदार नेता के रूप में ऋषीकेश पटेल निर्विवादित रूप से उभकर सामने आए। जबकि, कोली पटेल समुदाय के कुंवरजी बावलिया व राज्यमंत्री परषोत्तम सोलंकी भी अपना मंत्री पद बचाने में सफल रहे।
क्रिकेटर रवींद्र जाडेजा की पत्नी रीवाबा को मिला मंत्रिपद
दक्षिण गुजरात के वरिष्ठ व अनुभवी ब्राह्मण नेता कनुभाई देसाई का मंत्री पद भी यथावत रहा। मोरबी झूलता पुल हादसे के दौरान देर रात तक राहत एवं बचाव कार्य में जुटे रहने वाले कांति भाई अम्रतिया भी पहली बार मंत्री बने। कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले पोरबंदर से विधायक अर्जुन मोढवाडिया को उनके कद के अनुसार मंत्रिमंडल में स्थान मिला। वह ओबीसी समुदाय से आते हैं। सौराष्ट्र के भावनगर से विधायक एवं पूर्व मंत्री जीतेंद्र भाई वाघाणी को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला। आंदोलन से पहचान बनाने वाले ओबीसी एकता मंच के नेता अल्पेश ठाकोर व पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल को मंत्री नहीं बनाया गया। पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के समधी एवं उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत नए मंत्रिमंडल में स्थान पक्का नहीं करा सके। उनके स्थान पर क्रिकेटर रवींद्र जाडेजा की पत्नी रीवाबा जाडेजा को क्षत्रिय कोटे से मंत्री बनाया गया।
नए मंत्रिमंडल में पाटीदार व ओबीसी समेत ये समुदाय शामिल
नए मंत्रिमंडल में पाटीदार व ओबीसी के साथ ही आदिवासी समुदाय के चार व दलित समुदाय के तीन मंत्री बनाए गए। अहमदाबाद के पूर्व उपमहापौर दर्शनाबेन वाघेला व वडोदरा से विधायक मनीषा वकील को राज्यमंत्री बनाया गया। उत्तर गुजरात की वाव विधानसभा सीट के उप चुनाव में कांग्रेस सांसद गेनीबेन ठाकोर के करीबी को मात देने वाले स्वरूपजी ठाकोर इस बार बाजी मार ले गए। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलकर नए मंत्रियों की सूची सौंपी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा व राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल भाजपा विधायकों से मिले। बंसल ने मंत्रिमंडल से बाहर किए गए नेताओं से मिलकर उन्हें आलाकमान का निर्णय बताया।
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