गुजरात में 5000 माताओं ने ब्रेस्ट मिल्क किया दान, दी हजारों नवजात शिशुओं को जिंदगी
गुजरात में पिछले साल 5000 माताओं ने 5000 लीटर से अधिक ब्रेस्ट मिल्क दान करके लगभग 8000 नवजात शिशुओं को जीवनदान दिया। इन माताओं ने मिल्क बैंक में ब्रेस्ट मिल्क दान किया जिससे समय से पहले जन्मे और कमजोर बच्चों को माँ का दूध मिल सके। तमिलनाडु की एक महिला ने 300 लीटर से अधिक ब्रेस्ट मिल्क दान किया।

शत्रुघ्न शर्मा, गांधीनगर। गुजरात में बीते वर्ष पांच हजार माताओं ने पांच हजार लीटर से अधिक ब्रेस्ट मिल्क का दान कर करीब आठ हजार नवजात बच्चों को जीवनदान दिया। इन माताओं ने मिल्क बैंक में ब्रेस्ट मिल्क दान किया, ताकि समय पूर्व जन्म लेने वाले और कमजोर बच्चों को मां का दूध उपलब्ध हो सके।
सरकार की इस मुहिम में 21 हजार यशोदा समान महिलाएं शामिल हुईं। उनकी इस पहल से करीब 20 हजार बच्चों को दूध मिल सका। वर्ष 2024-25 में 5450 महिलाओं ने पांच हजार लीटर से अधिक दूध का दान किया। इससे 7830 बच्चों की जान बचाई जा सकी।
तमिलनाडु की महिला ने 300 लीटर ब्रेस्ट मिल्क दान किया
तमिलनाडु के कट्टूर की 33 वर्षीय महिला ने 300 लीटर से ज्यादा ब्रेस्ट मिल्क दान किया। दो बच्चों की मां सेल्वा वृंदा ने महात्मा गांधी मेमोरियल सरकारी अस्पताल मिल्क बैंक को अप्रैल 2023 से फरवरी 2025 तक 22 महीनों में 300.17 लीटर दूध दान किया।
एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में मिली जगह
अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि 2023-24 की अवधि के दौरान मिल्क बैंक द्वारा एकत्रित कुल ब्रेस्ट मिल्क का लगभग आधा हिस्सा उनके योगदान के कारण है। वृंदा को एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में जगह मिली है।
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