Survey: कोरोना की दूसरी लहर से अभिभावक चिंतित, जानें- कितने फीसद लोग बच्चों को स्कूल भेजने को नहीं हैं तैयार
सर्वे के दौरान देश के 272 जिलों से 18 हजार से ज्यादा प्रतिक्रियाएं आईं। इनमें 32 फीसद महिलाएं व 68 प्रतिशत पुरुष थे। 44 फीसद लोग टियर एक 28 प्रतिशत टियर दो व 28 फीसद टियर तीन व चार तथा ग्रामीण जिलों से थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोविड-19 की दूसरी लहर ने अभिभावकों को चिंता में डाल दिया है। इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म लोकल सर्कल की तरफ से करवाए गए हालिया सर्वे में सिर्फ 25 फीसद अभिभावकों ने अप्रैल से स्कूल खोलने पर सहमति जताई। 73 फीसद अभिभावकों ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले 100 से ज्यादा हैं, उनमें स्कूल कतई न खोले जाएं। ऑनलाइन ही पढ़ाई कराई जाए।
शासन-प्रशासन अगर एक अप्रैल से स्कूल खोलने या खुला रखने का निर्णय लेता है तो क्या बच्चों को स्कूल भेजेंगे?
58 फीसद लोगों ने बच्चों को स्कूल नहीं भेजने की बात कही
25 प्रतिशत ने बच्चों को स्कूल भेजने पर जताई सहमति
07 फीसद ने कहा कि फिलहाल कुछ बता नहीं सकते
10 फीसद ने बताया कि उनके बच्चों के स्कूल में अप्रैल के दौरान गर्मी छुट्टी होगी
अप्रैल से जुलाई 2021 के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में नए सत्र के लिए स्कूल खोलने के मानक क्या होने चाहिए?
29 फीसद ने कहा कि जिन जिलों में 100 से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले हों उनमें बच्चों को स्कूल न बुलाया जाए
18 प्रतिशत लोगों ने 200 से ज्यादा सक्रिय मामलों पर जिलों में स्कूल बंद रखने की सिफारिश की
07 फीसद ने जिले में 500 से ज्यादा सक्रिय मामले होने पर स्कूल बंद रखने की मांग की
05 प्रतिशत लोगों ने जिले में 1,000 से ज्यादा मामले होने पर स्कूल बंद रखने की राय दी
14 फीसद ने स्कूल को बंद नहीं रखने की बात कही
21 फीसद ने स्कूल को तब तक बंद रखने की बात कही, जब तक जिले में एक भी मामला मौजूद हो
06 फीसद लोग असमंजस में रहे
272 जिलों से आईं प्रतिक्रियाएं
सर्वे के दौरान देश के 272 जिलों से 18 हजार से ज्यादा प्रतिक्रियाएं आईं। इनमें 32 फीसद महिलाएं व 68 प्रतिशत पुरुष थे। 44 फीसद लोग टियर एक, 28 प्रतिशत टियर दो व 28 फीसद टियर तीन व चार तथा ग्रामीण जिलों से थे।